Bihar Museum: बिहार जनक दुलारी सीता की जन्मभूमि है, इसलिए बिहार संग्रहालय के स्थापना दिवस पर माता सीता की जीवन गाथा पर आधारित चित्र कार्यशाला सह प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है.
पटनाः Bihar Museum: बिहार म्यूजियम में माता सीता के जीवन काल से जुड़े चित्रकला कार्यशाला का आयोजन किया गया. जहां 30 से अधिक नेशनल अवार्ड और पद्मश्री अवार्ड कलाकारों ने हिस्सा लिया.
मुख्य रूप से मधुबनी पेंटिंग, टिकुली आर्ट, मंजूषा आर्ट सुजनी कला से जुड़े कलाकारों ने हिस्सा लिया. मां सीता से जुड़े हुए 30 अधिक पेंटिंग के जरिए उनके जीवन काल को प्रदर्शित करने की कोशिश हैं.
बिहार जनक दुलारी सीता की जन्मभूमि है, इसलिए बिहार संग्रहालय के स्थापना दिवस पर माता सीता की जीवन गाथा पर आधारित चित्र कार्यशाला सह प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है. इस आयोजन में राज्य के नामचीन लोक कलाकारों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है.
मां सीता से जुड़ी हुई तमाम तस्वीरों में सबसे खास मां सीता के जन्म से जुड़ी हुई तस्वीर सीता हरण और हनुमान और सीता संवाद हैं. बेहद खूबसूरत और आकर्षक तस्वीर अलग-अलग कलाकारों के जरिए उकेरी गई है.
बिहार म्यूजियम के एडिशनल डायरेक्टर अशोक कुमार का कहना है कि मां सीता बिहार की बेटी थी और बिहार में जन्म हुआ. हमारी देवी तुल्य है पूरी दुनिया में पूजनीय है तो उनकी जीवनी को बिहार के लोक कलाकार आए हैं.
पांच पद्मश्री 10 राष्ट्रीय पुरस्कार और 20 के करीब राज्य पुरस्कृत कलाकार पहुंचे हैं. मां सीता से जुड़े हुए विभिन्न प्रसंगों की जानकारी दी जा रही है. विभिन्न पक्षों को बिहार के लोक कला के माध्यम से प्रस्तुत कर रहे हैं.
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