Coconut Gardening: कृषि क्षेत्र में बक्सर जिले में नागदी फसलों की खेती का चलन बढ़ रहा है और सरकार इस पर ध्यान दे रही है. इसके लिए कई योजनाएं लागू की जा रही हैं ताकि किसान अधिक मुनाफा कमा सकें.एक किसान न्यूनतम पांच और अधिकतम 712 पौधे ले सकता है. यह योजना शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के किसानों को लाभ पहुंचाने का उद्देश्य रखती है.
कृषि क्षेत्र में बक्सर जिले में नागदी फसलों की खेती का चलन बढ़ रहा है और सरकार इस पर ध्यान दे रही है. कृषि विभाग ने बक्सर जिले में नारियल की बागवानी कराने का निर्णय लिया है और किसानों को इसके लिए अनुदान भी प्रदान किया जाएगा.
नारियल विकास बोर्ड के अनुसार एक किसान न्यूनतम पांच और अधिकतम 712 पौधे ले सकता है. यह योजना शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के किसानों को लाभ पहुंचाने का उद्देश्य रखती है.
इस योजना का लाभ सिर्फ रजिस्टर्ड किसानों को ही मिलेगा और नारियल के पौधों को अनुदानित दर पर किसानों को उपलब्ध कराने के लिए उद्यान विभाग की तैयारी है.
75 फीसदी तक अनुदान दिया जा रहा है और बक्सर जिले में 800 नारियल के पौधे लगाने का लक्ष्य है. इसके लिए जमीन की रसीद के साथ किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा.
चयन प्रक्रिया में पहले आने वाले किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी और पटना स्थित नारियल विकास बोर्ड के माध्यम से जिलावार पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे. उन्हें नियमानुसार वितरित किया जाएगा और एक किसान को न्यूनतम पांच और अधिकतम 712 पौधे उपलब्ध किए जाएंगे.
नारियल के पौधे की इकाई लागत 85 रुपए है और प्रति हेक्टेयर 178 पौधे उपलब्ध किए जाएंगे. बक्सर में नारियल का जबरदस्त डिमांड है और इस योजना के तहत 800 पौधे लगाए जाएंगे. इसके लिए जिले के किसानों से आवेदन मांगा गया है और उन्हें जमीन की रसीद के साथ ऑनलाइन आवेदन करना होगा.
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