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Sushant Singh Rajput: दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के ये डायलॉग समझा देंगे जिंदगी जीने का सही तरीका

Sushant Singh Rajput: बॉलीवुड के दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) बॉलीवुड इंडस्ट्री का वो नायाब हीरा है, उन्होंने अपने फैंस को ये बताया है कि सपने अगर देखे जा सकते हैं तो उन्हें पूरा भी किया जा सकता है. 

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Sushant Singh Rajput: बॉलीवुड के दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) बॉलीवुड इंडस्ट्री का वो नायाब हीरा है, उन्होंने अपने फैंस को ये बताया है कि सपने अगर देखे जा सकते हैं तो उन्हें पूरा भी किया जा सकता है. 

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सुशांत को दुनिया को अलविदा कहे ढाई साल हो गया है. हालांकि आज भी फैंस सुशांत को याद करके इमोशनल हो जाते हैं. आज शनिवार 21 जनवरी को एक्टर की 37वीं बर्थ एनिवर्सरी है. सुशांत सिंह राजपूत का जन्म 21 जनवरी को 1986 में पटना में हुआ था.  आज हम आपको सुशांत की फिल्मों के कई ऐसे डायलॉग बताने जा रहे हैं. जिन्हे सुनकर आज भी फैंस का दिल धड़कता है. 

 

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'जिस महफिल ने ठुकराया हमको, क्यों उस महफिल को याद करें, आगे लम्हा बुला रहे, आओ उसके साथ चलें' फिल्म- 'पीके'

 

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'तुम्हारा रिजल्ट डिसाइड नहीं करता है कि तुम लूजर हो कि नहीं, तुम्हारी कोशिश डिसाइड करती है.' फिल्म- 'एम एस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी'

 

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सच्चे दोस्त वो होते है जो अच्छे वक़्त में आपकी बजाते है और जब मुश्किल वक़्त आता है तो वही छिछोरे आपके दरवाज़े पर खड़े नज़र आते हैं.

 

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तुम्हारा रिजल्ट डिसाइड नहीं करता है कि तुम लूज़र हो या नहीं, तुम्हारी कोशिश तय करती है. एम.एस. धोनी द अनटोल्ड स्टोरी

 

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हम हार जीत, सक्सेस फेलियर में इतना उलझ गए है कि ज़िन्दगी जीना भूल गए है. ज़िन्दगी में अगर कुछ सबसे ज़्यादा जरुरी है तो वो है खुद ज़िन्दगी

 

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'जन्म कब लेना है और मरना कब है ये हम डिसाइड नहीं कर सकते लेकिन कैसे जीना है वो हम डिसाइड कर सकते हैं.'- फिल्म- 'दिल बेचारा'

 

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पता नहीं क्या जादू है कॉलेज लाइफ में. जहाँ अनजाने मिलते हैं और दोस्त बन जाते हैं. ज़िन्दगी भर के लिए और ऐसे-वैसे दोस्त नहीं.. कुत्ते दोस्त- छिछोरे  

 

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सक्सेस के बाद का प्लान सबके पास है लेकिन अगर गलती से फेल हो गए तो फेलियर से कैसे डील करना है इसकी कोई बात ही नहीं करना चाहता.

 

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'अगर रोजे नहीं रखे तो फिर ईद का क्या मजा'. फिल्म- 'राबता'