Ram Vilas Paswan की जयंती पर शक्ति प्रदर्शन की होड़, पशुपति और चिराग के पोस्टरों से पटा हाजीपुर
Bihar Samachar: रामविलास पासवान की जयंती से पहले उनकी कर्मभूमि हाजीपुर पोस्टरों से पट गई है. पशुपति पारस और चिराग पासवान के समर्थकों ने पूरे शहर को पोस्टरों से भर दिया है.
Patna: पांच जुलाई बिहार की राजनीति (Bihar Politics) के लिए बड़ा दिन साबित हो सकता है. एक तरफ RJD अपने 25 साल पूरे होने का जश्न मनाने वाली है, तो दूसरी तरफ LJP के दोनों गुट रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित कर शक्ति प्रदर्शन करने की ताक में हैं.
बता दें कि रामविलास पासवान की जयंती से पहले उनकी कर्मभूमि हाजीपुर पोस्टरों से पट गई है. पशुपति पारस (Pashupati Kumar Paras) और चिराग पासवान (Chirag Paswan) के समर्थकों ने पूरे शहर को पोस्टरों से भर दिया है. खास बात ये है कि इन पोस्टरों में घर में चल रहा घमासान सड़क पर आता दिखाई दे रहा है. पारस गुट के समर्थकों ने जो पोस्टर लगाए हैं, उनमें चिराग पासवान का चित्र गायब है, जबकि चिराग पासवान के समर्थकों के लगाए गए पोस्टरों में हाजीपुर के सांसद पशुपति कुमार पारस का चित्र नदारद है. इस तरह पोस्टर वॉर के जरिए एलजेपी के दोनों गुटों के कार्यकर्ता आमने-सामने दिखाई दे रहे हैं.
वहीं, पोस्टर वॉर पर दोनों गुटों के समर्थकों की अपनी-अपनी दलील भी है. पारस गुट के समर्थकों का कहना है कि 'पशुपति कुमार पारस चिराग पासवान के चाचा है, ऐसे में चिराग पासवान को अपने चाचा की बात मान लेनी चाहिए थी, लेकिन जब उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद और लोकसभा के संसदीय दल के पद से पार्टी हित में हटाए जाने की घोषणा की गई तो चिराग पासवान बौखला गए और इसी बौखलाहट में चिराग पासवान अपने चाचा के खिलाफ गलत बयानी कर रहे हैं.' दूसरी ओर चिराग गुट के समर्थकों ने भी पशुपति कुमार पारस को नेता मानने से इनकार कर दिया है.
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इधर, पशुपति पारस ने कहना है कि 'रामविलास पासवान की जयंती पूरी तैयारी के साथ मनाई जाएगी. उनके लाखों समर्थकों के घर में रामविलास पासवान की तस्वीर लगी हुई है. पार्टी के सभी नेता उन्हें श्रद्धांजलि देंगे.' साथ ही उन्होंने चिराग पासवान पर निशाना साधते हुए कहा कि 'जब रामविलास पासवान जी नहीं तो फिर आशीर्वाद यात्रा का क्या मतलब?' पशुपति पारस ने चिराग पासवान को अपने क्षेत्र में जाकर श्रद्धांजलि सभा करने की सलाह दी है.
गौरतलब है कि पारस गुट के लगाए पोस्टरों में रामविलास पासवान की जयंती पटना में मनाने की अपील की जा रही है. जबकि चिराग पासवान के गुट के पोस्टर में आशीर्वाद यात्रा को सफल बनाने में सहयोग देने की अपील की गई है. उधर, LJP की मौजूद स्थिति पर दूसरे राजनीतिक पक्ष रोटियां सेंकेने में पीछे नहीं है. आरजेडी जहां चिराग पासवान को रामविलास पासवान का उत्तराधिकारी बता रही है. तो बीजेपी (BJP) पोस्टर वॉर को एलजेपी का आंतरिक मामला बताने में लगी है.