पटनाः Sharad Purnima 2022: आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर शरद पूर्णिमा मनाई जाती है. इसे रास पूर्णिमा, कोजागरी पूर्णिमा या फिर कौमुदी व्रत के नाम से भी जाना जाता है. शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा पृथ्वी के बेहद निकट होता है और चंद्रमा की 16 कलाओं की आभा पृथ्वी के प्रत्येक जीव को प्रभावित करती है. चंद्रमा मन का प्रतीक होता है. ऐसे में शरद पूर्णिमा प्राकृतिक तौर मानसिक स्वास्थ्य के लिहाज से बड़ा दिन है. शरद पूर्णिमा का त्योहार रविवार को है. इस दिन हर घरों में खीर बनाने का रिवाज है. शरद पूर्णिमा के दिन अगर कुछ खास उपाय कर लिए जाएं तो यह दिन आपके जीवन में अमृत घोल सकता है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

निरोगी जीवन पाने का उपाय
अगर घर का कोई न कोई सदस्य बीमार रहता है, शरद पूर्णिमा के रात को छत में खीर रख दें. दूसरे दिन रोगी को इसका सेवन कराएं. शरद पूर्णिमा की रात चांद से निकलने वाली किरणें अमृत के सामान मानी जाती हैं. यही वजह है कि इस दिन खीर बनाई जाती है और रात में चांद की रोशनी में रखी जाती है. जिससे खीर में चांद रोशनी पड़े और इसमें भी अमृत का प्रभाव हो सके. ऐसे में इस दिन खीर बना कर रात्रि समय में चंद्रमा की रोशनी में रखें और उसके बाद खीर का सेवन करें. इससे अच्छा स्वास्थ्य और लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है.


तुलसी पूजा
बिजनेस में लगातार बढ़ोतरी के साथ नौकरी में प्रमोशन के लिए शरद पूर्णिमा के दिन हनुमान जी के सामने चौमुखी दीपक जलाएं. शरद पूर्णिमा के दिन स्नान करने के बाद तुलसी पूजा करें और शाम को दीपक जलाएं. ऐसा करने से सुख-समृद्धि की वृद्धि होगी. मां तुलसी को सफेद रंग की कोई मिठाई का भोग लगाएं. ऐसा करने से मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है.


मां लक्ष्मी होंगी प्रसन्न  
शरद पूर्णिमा की रात चांद की रोशनी में गंगाजल रखें और उस गंगा जल से भगवान शिव का अभिषेक करें. इससे आपके जीवन में आने वाली समस्त परेशानियों से मुक्ति मिलती है. शरद पूर्णिमा की रात चांद की रोशनी में कुछ देर के लिए गाय का देसी घी रखें. फिर इसे उठाकर सुरक्षित रख दें और दीपावली पर इस घी का दीपक प्रज्वलित करें. इससे मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और घर में खुशी का वातावरण बनता है.


यह भी पढ़िएः Shanidev is unhappy: आपके साथ हो रही हैं ये घटनाएं तो समझ लीजिए बुरी तरह नाराज हैं शनिदेव