Snoring: अगर आपको भी जोर-जोर से आते हैं खर्राटे तो हो जाएं सावधान!
Snoring: खर्राटों के कारण नींद खराब हो सकती है और इससे आसपास के लोग परेशान हो सकते हैं. इस समस्या को रोकने के लिए योग एक अच्छा उपाय हो सकता है. योग आपकी दिनचर्या में शामिल होने से खर्राटों को कम कर सकता है और आपकी सेहत को भी बेहतर बना सकता है.
Snoring: खर्राटे आना सभी के लिए परेशानी और सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. खर्राटे न केवल सेहत पर बुरा असर डालते हैं, बल्कि ये हमारे सामाजिक जीवन और पार्टनर के साथी जीवन पर भी असर डाल सकते हैं. एक अध्ययन के अनुसार आजकल हसबैंड-वाइफ के बीच स्लीप डिवोर्स के मामले बढ़ रहे हैं, जिसका मतलब है कि जोड़े अब अलग-अलग बिस्तर पर सोते हैं.
एक अध्ययन के अनुसार हर चौथा व्यक्ति खर्राटे लेता है और इसके कारण स्लीप एपनिया की समस्या बढ़ रही है. यह समस्या हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक, हाइपरटेंशन और डायबिटीज के लिए भी जोखिम बढ़ा देती है. खर्राटों के कारण नींद खराब हो सकती है और इससे आसपास के लोग परेशान हो सकते हैं. इस समस्या को रोकने के लिए योग एक अच्छा उपाय हो सकता है. योग आपकी दिनचर्या में शामिल होने से खर्राटों को कम कर सकता है और आपकी सेहत को भी बेहतर बना सकता है. योग करने से आपके श्वासनली में सुधार होता है, जिससे खर्राटे कम हो सकते हैं.
योग का अभ्यास नियमित रूप से किया जाना चाहिए. यह आपकी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है और खर्राटों को कम करने में मदद कर सकता है. इसलिए खर्राटों से छुटकारा पाने के लिए योग का अभ्यास करने का प्रयास करें. योग के साथ-साथ स्वस्थ और नियमित दिनचर्या का पालन भी जरूरी है. सही आहार, पर्यापन और निद्रा के लिए पर्यापन बनाए रखना भी खर्राटों को कम करने में मदद कर सकता है.
सारांश में खर्राटे न केवल आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं, बल्कि ये आपके सामाजिक जीवन और पार्टनर के साथी जीवन पर भी बुरा असर डाल सकते हैं. खर्राटों को कम करने के लिए योग का अभ्यास करना और स्वस्थ दिनचर्या का पालन करना महत्वपूर्ण हो सकता है.
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