बिहार के लाल ने केरल में दिखाया जलवा, नेशनल चैंपियनशिप जीतकर लौटे अभिषेक का हुआ स्वागत
अभिषेक को ओपन वाहन में बैठाकर पूरे शहर का भ्रमण किया गया और जगह-जगह अभिषेक का सम्मान किया गया. अभिषेक ने बताया कि दिव्यांगता उनके लिए है जो दिव्यांगता को अभिशाप मानते हैं.
बाढ़: बाढ़ के बनारसी घात गोसाई मठ निवासी अभिषेक ने हाल में केरला मे आयोजित नेशनल चैंपियनशिप राइफल शूटिंग गेम दोहरा गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाला बिहार का लाल अभिषेक कुमार के बिहार आगमन के बाद बाढ़ पहुंचने पर खेल प्रेमी एवं स्थानीय लोगों ने भव्य स्वागत किया गया.
जगह-जगह किया अभिषेक का सम्मान
अभिषेक को ओपन वाहन में बैठाकर पूरे शहर का भ्रमण किया गया और जगह-जगह अभिषेक का सम्मान किया गया. अभिषेक ने बताया कि दिव्यांगता उनके लिए है जो दिव्यांगता को अभिशाप मानते हैं मैं दिव्यांग होने के बावजूद भी अपने पिता गजेंद्र गिरी और मां ममता देवी के बढ़ाए गए उत्साह पर आज इस मुकाम पर पहुंचा हूं और आगे भी देश के लिए गोल्ड लाने का काम करूंगा.
खुशी में निकले मां के आंसू
अभिषेक का कहना है कि बिहार सरकार होनहार खिलाड़ियों के प्रति संवेदनशील नहीं है विषम परिस्थिति और आर्थिक तंगी में हमारे पिता ने हमें यहां तक पहुंचाने का काम किया बिहार में प्रशिक्षक और रेंज दोनों की कमी है यदि उचित संसाधन और कुशल प्रशिक्षण मिले तो देश के लिए सोना बटोर सकता हूं. इस मौके पर खेल प्रेमी और समाज के दर्जनों लोगों ने अभिषेक के सम्मान में नारेबाजी करते हुए शहर भ्रमण करने का काम किया घर पर पहुंचते ही मां ममता देवी की आंख भीग गई. खुशी में उनके आंसू निकल पड़े अपने बेटे की आरती उतारने के बाद लोगों के बीच अभिवादन करते हुए मिठाईयां बांटने का काम किया इस दौरान दर्जनों लोगों ने घर पर पहुंचकर बधाई देने का काम किया.