स्टेशन डायरी नहीं थी अपडेट, नाराज हुए नवादा एसपी ने पांच पुलिस अफसरों को हाजत में किया बंद
बीते गुरुवार की रात एसपी गौरव मंगला नवादा नगर थाना में निरीक्षण के लिए पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने स्टेशन डायरी की मांग थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों से की. स्टेशन डायरी को अपडेट नहीं देख एसपी आपे से बाहर हो गए और उन्होंने थाने में मौजूद पांच पुलिसकर्मियों को हाजत में बंद कर दिया
पटनाः नवादा में पुलिस महकमे में बवाल मच गया है. कांड का समय से निष्पादन नहीं होने से नाराज एसपी ने नवादा नगर थाना के पांच पुलिस पदाधिकारियों को हाजत में बंद कर दिया. मामला 8 सितंबर की रात 10 बजे का बताई जा रहा है. पांचों पुलिस पदाधिकारियों को तकरीबन दो घण्टे तक हाजत में रखा गया. इसे लेकर बिहार पुलिस एसोसिएशन में एसपी के प्रति गहरी नाराजगी है. हाजत में बंद किए जाने के बाबत जिन पुलिस पदाधिकारियों का नाम सामने आ रहा है, उनमें सबइंस्पेक्टर शत्रुघ्न पासवान, रामपरेखा सिंह, एएसआई संतोष पासवान, संजय सिंह और रामेश्वर उरांव शामिल हैं.
दबी जुबान में बता रहे घटना
बीते गुरुवार की रात एसपी गौरव मंगला नवादा नगर थाना में निरीक्षण के लिए पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने स्टेशन डायरी की मांग थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों से की. स्टेशन डायरी को अपडेट नहीं देख एसपी आपे से बाहर हो गए और उन्होंने थाने में मौजूद पांच पुलिसकर्मियों को हाजत में बंद कर दिया. इस दौरान एसपी ने एसआई शत्रुघ्न पासवान, एसआई रामपरेखा सिंह, एएसआई संतोष पासवान, एएसआई संजय सिंह और रामेश्वर उरांव को करीब दो घंटे तक हाजत में बंद कर दिया और उन्हें सुधर जाने की नसीहत दी. एसपी की इस कार्रवाई को लेकर जिले के पुलिसकर्मियों में एसपी के खिलाफ गहरा रोष है.हालांकि पांचों दारोगा कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं.
घटना की न्यायिक जांच की मांग
हालांकि अन्य पुलिस पदाधिकारी दबी जुबान से घटना की सच्चाई को स्वीकार कर रहे हैं. इधर, एसोसिएशन ने पूरे मामले पर कड़ी आपत्ति जताई है. संघ के प्रदेश अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने नवादा एसपी डॉ. गौरव मंगला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है. उन्होंने सरकार व पुलिस मुख्यालय से मांग करते हुए कहा कि घटना की न्यायिक जांच कराई जाए. थाने में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कराई जाए. यह पूरे बिहार में पुलिस इतिहास में पहली घटना होगी. जिससे पुलिस की छवि धूमिल हुई है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एसपी पीड़ित पुलिस पदाधिकारियों पर मामले को दबाने का दबाव बना रहे हैं. बता दें कि नवादा में कई पुलिस पदाधिकारी अपने दायित्व के निर्वहन के प्रति काफी सुस्त पड़े हैं. जिसे लेकर लगातार वैसे पदाधिकारी को डांट फटकार लगाई जा रही है. एसपी अपराध नियंत्रण को काफी प्राथमिकता दे रहे हैं. फरार अपराधियों की लगातार गिरफ्तारी हो रही है.