पटना:T-20 World Cup 2022,Suryakumar Yadav: टी-20 में दुनिया के नंबर 1 बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव इन दिनों टी-20 वर्ल्‍ड कप 2022 में अपनी धुआंधार बल्‍लेबाजी से धूम मचा रहे हैं और इस विश्‍वकप में वो दूसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्‍लेबाज भी हैं. वहीं दूसरे तरफ उत्तर प्रदेष के गाजीपुर जिले के हथौड़ा गांव में रहने वाले सूर्यकुमार यादव के घर पर इन दिनों सिर्फ मनौतियों एवं पूजा-पाठ के साथ ही धार्मिक अनुष्‍ठानों का दौर चल रहा है. सबकी बस एक ही कामना है कि सूर्यकुमार का बल्‍ला विरोधी टीम के छक्‍के छुड़ा दे और भारत वर्ल्‍ड कप 2022 जीत जाए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

छठी मईया से मांगी ये मन्नत
पूरी दुनिया को अपने बल्‍ले की चमक से चकाचौंध करने वाले भारतीय बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव की मां स्वप्ना देवी ने भारत को  टी- 20 क्रिकेट का विश्वकप जीतने के लिए छठपर्व पर मन्नत मांगी है. बता दें कि पिछले साल मार्च महीने में टी-20 क्रिकेट में अपने चयन के बाद से ही सूर्यकुमार ने अपने विस्फोटक बल्लेबाजी से दुनियाभर के क्रिकेट प्रसंशकों का ध्‍यान अपनी ओर खींचा है. सूर्यकुमार की मां स्वप्ना देवी ने सात पहले अपने बेटे को भारतीय टीम में चयन का सपना लेकर हथौड़ा गांव से छठपर्व का व्रत पूजन शुरू किया था. जिसके बाद आइपीएल में मुम्बई की टीम के लिए सूर्या की धुआंधार बैटिंग से मां स्वप्ना देवी का सपना पूरा होने लगा और सूर्यकुमार यादव भारतीय क्रिकेट टीम के टी-20 और वनडे टीम में चयनित हो गए. सूर्यकुमार की स्वप्ना देवी अपने अन्य बहुओं के साथ इस साल मुंबई में छठपूजा में अपने बेटे की ख्याति में चार चांद और भारतीय टीम को टी-20 वर्ल्‍ड कप 2022 जितने का वरदान मांगा है.


ये भी पढ़ें- IND vs Eng Where to Watch for Free: भारत-इंग्लैंड सेमीफाइनल फ्री में यहां देखें, जानें कितने बजे खेला जाएगा


सूर्या शुद्धता का रखते हैं पूरा ध्यान
सूर्या की मां पूरे विधि विधान और धार्मिक अन्दाज में छठ का महापर्व मनाती रही हैं. सूर्या की पत्नी देविशा के इस साल ऑस्ट्रेलिया में रहने के कारण उन्होंने दूसरी बहू सोनी और बेटी डिनल के साथ मुम्बई छठ का पर्व मनाया. सूर्यकुमार यादव चार दिवसीय छठ महापर्व में प्रतिदिन अपनी मां से वीडियो कॉलिंग पर बात करते रहे. बता दें कि सूर्यकुमार यादव भी अपने माता -पिता की तरह धार्मिक हैं और छठ महापर्व में आस्‍था रखने करने के कारण चार दिवसीय इस पर्व के दौरान वो चाहे जहां भी रहें सात्विकता और शुद्धता का पूरा ध्यान रखते हैं.