कोविड नियमों का पालन करते हुए 21 जून को मनाएं योग दिवस: सुशील मोदी
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कोविड नियमों का पालन करते हुए 21 जून को मनाएं योग दिवस: सुशील मोदी

Bihar News: पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि सुरक्षित तरह से कोविड नियमों का पालन करते हुए 21 जून को योग दिवस मनाएं.

 

राज्यसभा सांसद सुशील मोदी  (फाइल फोटो)

Patna: कोरोना महामारी (Corona Epidemic) की दूसरी लहर भले ही कमजोर पड़ी हो लेकिन अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है. इस बीच 21 जून को विश्व योग (Yoga Diwas) दिवस का आयोजन होना है. 
 
महामारी के बीच हो रहे इस आयोजन को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि सुरक्षित तरह से कोविड नियमों का पालन करते हुए 21 जून को योग दिवस मनाएं. सुशील मोदी ने कहा कि कोरोना की वैश्विक महामारी के चलते लगातार दूसरे साल योग दिवस भले पहले की तरह नहीं मनाया जाएगा, लेकिन उस दिन सब लोग इसे अपने घरों में मनाएं.

उन्होंने कहा कि कोविड नियमों का पालन करते हुए प्रशासन की अनुमति से कुछ सार्वजनिक स्थलों पर योगाभ्यास अवश्य करना चाहिए. राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि नियमित योग- प्राणायाम करना वास्तव में निरोग रहने, ऑक्सीजन लेवल ठीक रखने और इम्यूनिटी बढ़ाने का आयुर्विज्ञान है. यह किसी धर्म का हिस्सा नहीं है.
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से संयुक्त राष्ट्र ने 2016 में पहली बार हर वर्ष 21 जून अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की घोषणा की है. इसे कई मुस्लिम देशों सहित दुनिया के करीब 150 से अधिक देशों ने स्वीकार किया है. 

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सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार के पतंजलि का दिया योग निरोग रहने का विज्ञान, किसी धर्म का हिस्सा नहीं है. पूर्व डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि विश्व को योग के रूप में आरोग्य का अद्भुत विज्ञान देने वाले ऋषि पतंजलि बिहार के थे और इसी राज्य के मुंगेर में अन्तरराष्ट्रीय योग विद्यालय भी है.
 
स्वामी सत्यानंद की प्रेरणा से स्थापित इस विद्यालय में प्रामाणिकता के साथ योग का प्रशिक्षण मिलता है और योग शिक्षक बनने लायक डिग्री भी दी जाती है. एक अन्य ट्वीट में सुशील मोदी ने कहा कि यह अनुभव किया गया कि नियमित योग करने वाले लोग औरों की अपेक्षा कोरोना से कम ग्रसित हुए. यह योग के प्रभाव का स्पष्ट प्रमाण है. जो लोग कभी योग के विरुद्ध दुष्प्रचार कर रहे थे, वे आज कोरोना वैक्सीन पर भ्रम फैलाने के नित नए हथकंडे आजमा रहे हैं.

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