पटना: वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री तेज प्रताप यादव वाल्मीकि नगर से कैमूर तक साईकिल यात्रा करेंगे. तेज प्रताप यादव ने कहा बहुत सारे लोग हैं मेरे काम को देख कर जलते हैं उन चीजों पर ध्यान नहीं देते जो हम कर रहे हैं. कैमूर में बनाया जाएगा टाइगर रिजर्व जो बाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व से भी बड़ा है. पटना में जो पार्क है उसको मेडिकल पार्क की तरह बनाया जाए सिंगापुर में जिस तरह की सुविधा है उस तरह की भी सुविधा वहां भी मिले.


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अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पटना जू में पर खास कार्यक्रम का किया गया. मंत्री तेज प्रताप ने काले तेंदुए को दर्शकों के दीदार के लिए केज का किया लोकार्पण इस ब्लैक पैंथर का नाम बघरा रखा गया. मंत्री ने कहा की हमारा जो पर्यावरण का क्षेत्र वाल्मीकि नगर टाइगर प्रोजेक्ट में बाघ का संख्या 8 था अब धीरे-धीरे बढ़कर 50 से अधिक हो गया या अपने आप में बहुत अच्छी बात है बाघ को संरक्षित रखना धार्मिक रूप से भी  मां दुर्गा के पास सेवक के रूप में बाघ रहते हैं जो मैं राजगीर में जहां-जहां वन क्षेत्र है जिस तरह से वाल्मीकि नगर है राजगीर है. उसी तरह कैमूर में भी हमें आगे काम करना जितने भी वन क्षेत्र में कर्मचारी हैं जो अच्छे से काम करते हैं और पूरी ईमानदारी के साथ काम करते हैं.


हमारे तरफ से सरकार के तरफ से जो भी प्रयास रहता है हम पूरी तरह निभाते हैं ब्लैक पैंथर को लाने का जो प्लान बना मुझे भी खुशी हुई दुखी मन से चिंपांजी के पास जाने पर जाएंगे फिर चिंपांजी को देखकर खुशी आ जाती है. पटना का जू अव्वल नंबर पर है और नए-नए जानवर जू लाये  जाएंगे मैंने विभाग मैं सबसे पहले दिन गया साइकल से तमाम अधिकार साईकिल चलाये. 


मंत्री तेजप्रताप ने कहा बच्चों को अपने तरफ से जू सफारी भेजेंगे बिहार में ऐसी ऐसी चीजें जिसकी जानकारी नहीं है उंगली उठाने वाले काफी लोग उठाएंगे लेकिन बाल्मिकीनगर जो और राजगीर सफारी को लेकर लोग सवाल उठाते हैं. जीव जंतु है तो बीमार पड़ेंगे लेकिन सबके लिए काम किया मणिपुर मामले को लेकर तेज प्रताप ने कहा कि आप पर सवाल प्रधानमंत्री से पूछा जाए प्रधानमंत्री क्यों नहीं बोल रहे हैं. वंदना प्रेयसी ने कहां के कैमूर में टाइगर रिजर्व बनेगा जो बाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व से बड़ा होगा  अररिया में जू बनाया जाएगा. जिस तरह से बाघ विलुप्त हो रहा था उसके लिए टाइगर प्रोजेक्ट बनाया गया पर्यावरण और वन के क्षेत्र में अच्छे काम हो रहे हैं.


इस पूरे कार्यक्रम के दौरान तेज प्रताप और उनके सचिव में पूरी तरह से दूरी दिखे दोनों एक दूसरे से बात नहीं की लेकिन कैमरा के सामने कभी कभी मुस्कुरा ले रहे थे दोनों की कुर्सियों में बीच की जगह में भी काफी अंतर था. वही जब यह सवाल किया गया तो दोनों ने अपने अपने तरीके से जवाब दिया. वही देखा क्या कि तेज प्रताप यादव की सचिव उनके आने के काफी देर के बाद पहुंची और जाने से काफी देर पहले निकल गई.


इनपुट- रूपेंद्र श्रीवास्तव


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