पटनाः Draupadi Murmu: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की द्रौपदी मुर्मू को लेकर की गई टिप्पणी से सियासी गली में माहौल गर्म हो गया है. 18 जुलाई को देश में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना तय है, लेकिन उससे ठीक एक दिन पहले बयानबाजियों और पलटवार का दौर जारी है. दरअसल राजद नेता ने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को मूर्ति बता दिया. जिसके बाद भाजपा ने उन पर पलटवार किया है. इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी लोग तेजस्वी को उनकी मां और पूर्व बिहार सीएम राबड़ी देवी की याद दिला रहे हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सोशल मीडिया दे रहा तेजस्वी को नसीहत
रविवार को तेजस्वी यादव ने कहा-  “राष्ट्रपति भवन में हमें कोई मूर्ति तो नहीं चाहिए. हम राष्ट्रपति का चुनाव कर रहे हैं. आपने यशवंत सिन्हा को हमेशा सुना होगा, लेकिन सत्ता पक्ष की राष्ट्रपति की उम्मीदवार को हमने कभी नहीं सुना है. वे जब से उम्मीदवार बनी हैं उन्होंने एक भी प्रेस वार्ता नहीं की है.” इसके बाद उन्होंने विपक्ष के उम्नीदवार यशवंत सिन्हा की तारीफ भी की. उन्होंने कहा कि व विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा मुद्दों पर हमेशा बोलते रहते हैं. उनकी इस टिप्पणी का भाजपा ने जवाब दिया है.  सोशल मीडिया पर भी लोग उनकी माँ राबड़ी देवी की याद दिला रहे हैं, जब उन्हें बिहार का मुख्यमंत्री बनाया गया था.


भाजपा ने किया पलटवार
तेजस्वी यादव की इस टिप्पणी को भाजपा (BJP) ने महिला विरोधी बताया है. बीजेपी नेता शाहजाद पूनावाला ने कहा कि तेजस्वी यादव अपने बयान के लिए माफी माँगनी चाहिए.  तेजस्वी यादव का बयान आदिवासी विरोधी मानसिकता को दिखाता है.” वहीं बिहार भाजपा के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा, “अब तेजस्वी यादव को अपना बचपन याद आ गया होगा कि किस तरह बिहार के तथाकथित समाजवाद नेता ने एक घरेलू महिला को अपना मुख्यमंत्री मानकर उसकी गुलामी का काम किया. इसलिए वह देश की सभी महिलाओं को वही महिला मुख्यमंत्री के रूप में ही पहचान कर पाते हैं.”


सिरसा बोले-यह शोभा नहीं देता
भारतीय जनता पार्टी के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी तेजस्वी की टिप्पणी पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा, "यह पहली बार नहीं है. पूरी कांग्रेस और विपक्ष राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार का मज़ाक उड़ा रहे हैं. खास तौर पर तेजस्वी यादव को याद रखना चाहिए, कि अगर कोई राजनीतिक व्यक्तित्व एक मूर्ति थी, तो वह उनकी मां थीं जो लालू प्रसाद के समय बिहार में मुख्यमंत्री थीं. वे एक महिला और राष्ट्रपति का अपमान कर रहे हैं. हर कोई जानता है कि वह कल के बाद राष्ट्रपति बनेंगी. महिलाओं के खिलाफ इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल एक राष्ट्रपति और देश का अपमान है.


यह भी पढ़िएः President Election 2022: तेजस्वी ने राष्ट्रपति उम्नीदवार द्रौपदी मुर्मू को कहा मूर्ति, बिहार में सियासत तेज