शराबबंदी के नाम पर पुलिस का थर्ड डिग्री टॉर्चर, रॉड और लाठी से शख्स की कर दी पिटाई
घटना के सम्बंध में पीड़ित व्यक्ति वकील यादव की माने तो देर रात 12 बजे बसनही थाना प्रभारी अविनाश कुमार पुलिस बलों के साथ शराब की खोजबीन के लिए उनके घर पर पहुंचे और यह पूछने लगे कि तुम्हारा भाई प्रमोद शराब कहां छिपाकर रखा.
सहरसा: सहरसा में शराबबंदी के नाम पर पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है. मामला जिले के बसनही थाना क्षेत्र के मंगवार वार्ड नम्बर - 1 का है, जहां देर रात शराब ढूंढने के नाम पर पुलिस ने एक व्यक्ति को घर से निकाल कर रॉड और डंडों से बेरहमी से पिटाई कर दिया.
बता दें कि शराब नहीं मिलने पर पीड़ित व्यक्ति को अधमरे हालत में छोड़कर पुलिस चली गई. पुलिस की बर्बरतापूर्ण पिटाई से पीड़ित व्यक्ति का दोनों हाथ टूट गया जबकि पुलिस के द्वारा किए पिटाई से शरीर पर पूरा जख्म उभर आया है. परिजनों ने पीड़ित को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया है.
घटना के सम्बंध में पीड़ित व्यक्ति वकील यादव की माने तो देर रात 12 बजे बसनही थाना प्रभारी अविनाश कुमार पुलिस बलों के साथ शराब की खोजबीन के लिए उनके घर पर पहुंचे और यह पूछने लगे कि तुम्हारा भाई प्रमोद शराब कहां छिपाकर रखा है जिसपर पीड़ित ने यह कहा कि वो अपने भाई से अलग रहता है और खेती बाड़ी करके अपना जीवन यापन करता है शराब से उसका दूर दूर तक सम्बन्ध नही है. जिसपर थाना प्रभारी ने पुलिस बलों के साथ घर से खींच कर बाहर बगीचे में ले गए और लाठी रॉड से जमकर पिटाई कर दिया.
पिटाई करने के बाद पुलिस कर्मी धमकाते हुए वहां से निकल गए जिसके बाद परिजनों द्वारा उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. इधर मामले की जानकारी मिलने के बाद जिले के एसपी उपेन्द्र नाथ वर्मा ने जांच के आदेश दिए हैं.
इनपुट- विशाल कुमार
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