Tomato Price Today: बढ़ती महंगाई के बीच टमाटर के भाव ने सब्जी का स्वाद खराब कर रखा है. इसकी वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कहां 2-3 किलो टमाटर घर की फ्रिज में यूं ही पड़ा रहता था, अब चश्मा लगाकर ढूंढने के बाद एक भी नहीं मिलता. पहाड़ी इलाकों में रुक-रुक कर हो रही बारिश और उसके बाद भूस्खलन के बाद खराब हुई सड़क यातायात का असर राजधानी दिल्ली में लाल होते टमाटर पर पड़ रही है. यहां टमाटर अभी भी डबल सेंचुरी के पार है. दुकानदारों का कहना है कि जब तक हिमाचल प्रदेश से टमाटर आना शुरू नहीं हो जाता है. तब तक इसकी कीमत इसी तरह रहेगा. 


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दिल्ली में टमाटर की कीमत 250-280 रुपये प्रति किलो के करीब है. दुकानदारों का कहना है कि हिमाचल से दिल्ली आने वाले रास्ते कई जगह काफी खराब हो चुके हैं, इसलिए वहां से आने वाली सब्जियां जैसे गोभी, शिमला, टमाटर सबके रेट बहुत ज्यादा बढ़े हुए हैं. उनका अनुमान, एक से दो महीने में टमाटर की कीमतें सामान्य हो जाएंगी. हालांकि, अब टमाटर के दाम नीचे आने शुरू हो गए हैं. दिल्ली की आजादपुर मंडी में कर्नाटक से टमाटर आते ही दामों में 30-35 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली.


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आजादपुर मंडी टोमेटो एसोसिएशन के प्रधान अशोक कौशिक ने बताया कि कर्नाटक से करीब 15 गाडी और हिमाचल से 10 गाड़ियों की आवक रही. इस कारण टमाटर के दाम में 25 से 30 प्रतिशत तक गिरावट आई. उन्होंने कहा कि उन व्यापारियों को मोटा नुकसान हो गया, जिन्होंने तीन दिन पहले टमाटर का आर्डर कर दिया और माल रास्ते में है. वेजिटेबल ट्रेडर्स एसोसिएशन के महासचिव अनिल मल्होत्रा ने बताया कि पहले टमाटर की 10-12 गाड़ियां मंडी पहुंच रही थीं, अब कर्नाटक की आवक शुरू होने के बाद दो दिन से 20 से ज्यादा गाड़ियां आ रही हैं. उन्होंने कहा कि आम जनता को तो राहत मिल गई और एक-दो दिन में टमाटर के दाम और गिरेंगे. 


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वहीं चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे का करीब 100 मीटर हिस्सा धंसने से हिमाचल से आने वाला टमाटर रास्ते में ही फंसा पड़ा है. इसके अलावा पहाड़ों पर लैंडस्लाइडिंग भी जारी है, जिसकी वजह से यातायात प्रभावित हो रहा है. जबतक हिमाचल का टमाटर मार्केट में नहीं आ जाता, तबतक लोगों को टमाटर ऐसे ही रुलाते रहेगा.