World Population Day 2021: बिहार में सर्वाधिक तेजी से बढ़ रही है जनसंख्या, जानें किन जिलों में सर्वाधिक प्रजनन दर
World Population Day: बिहार में जनसंख्या वृद्धि दर को लेकर जिला स्तर पर बात करें तो चंपारण में सबसे अधिक जनसंख्या वृद्धि दर है.
Patna: आज दुनिया भर में जनसंख्या दिवस मनाया जा रहा है. बिहार में देश के दूसरे राज्यों की तुलना में सर्वाधिक तेजी से जनसंख्या बढ़ रही है. आधार स्टेटिक्स रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश में 2020-2021 में जनसंख्या 119,461,013 (119.46 Millions) के करीब पहुंच गया है. लेकिन, 2011 में यह आंकड़ा 104,099,452 था. इन 10 सालों में राज्य में काफी तेजी से जनसंख्या बढ़ी है.
आधार स्टेटिक्स के अनुसार, 2011 से लेकर 2018 के बीच राज्य में 14.76 प्रतिशत के दर से जनसंख्या में वृद्धि हुई है. अगर संख्या में बात करें तो इन सात सालों में राज्य में जनसंख्या 11.95 करोड़ बढ़ी है. यदि देखा जाए तो यह आंकड़ा देश भर में हो रहे जनसंख्या वृद्धि के औसत दर से भी ज्यादा है.
1 दशक में 3 फीसद की कमी
बिहार सेंसस 2011 के डेटा के हवाले से देखें तो बिहार में 1991 से 2001 के बीच सर्वाधिक जनसंख्या बढ़ी है. इस दौरान राज्य में जनसंख्या वृद्धि दर 28.6 प्रतिशत थी. हालांकि, रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि सरकारी योजनाओं के प्रयास से और लोगों के बीच जागरूकता फैलाकर जनसंख्या वृद्धि दर को कम किया गया है. यही वजह है कि बीते एक दशक में प्रदेश की जनसंख्या वृद्धि दर में करीब 3 फीसद की कमी दर्ज की गई है. इससे पहले बिहार में प्रजनन दर प्रति महिला 4.4 थी जो घटकर
करीब 2.5 के करीब रह गई है.
एक दशक में सर्वाधिक तेजी से बिहार में बढ़ी जनसंख्या
गौरतलब है कि बिहार जनसंख्या के मामले में देश में दूसरे स्थान पर है. उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 24 करोड़ के करीब जनसंख्या थी जबकि बिहार में करीब 10.4 करोड़ जनसंख्या थी. इसके अलावा, तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र था. महाराष्ट्र में 12 करोड़ 40 लाख के आसपास जनसंख्या थी. लेकिन, जनसंख्या वृद्धि दर की बात करें तो सबसे अधिक तेजी से जनसंख्या बिहार में बढ़ रही है.
इन जिलों में प्रति महिला जन्म दर अधिक
बिहार में जनसंख्या वृद्धि दर को लेकर जिला स्तर पर बात करें तो चंपारण में सबसे अधिक जनसंख्या वृद्धि दर है. आर्थिक सर्वेक्षण के आंकड़े की बात करें तो हाल के दशकों में बिहार के अनेक जिलों में प्रजनन दर में काफी कमी आई है. वर्ष 2011 की जनगणना में प्रति महिला प्रजनन दर 3.6 था, जो अब घटकर मात्र 2.50 रह गई है. हालांकि कई जिलों में अभी भी यह दर तीन से ज्यादा है. ऐसे जिलों में पूर्वी चंपारण, शिवहर, किशनगंज, अररिया, सहरसा, खगडिय़ा, पश्चिम चंपारण, मधेपुरा, सीतामढ़ी, दरभंगा, समस्तीपुर, सुपौल एवं कटिहार हैं. इन सभी जिलों में आंकड़े के हवाले से बात करें तो प्रति महिला 3 से अधिक बच्चे जन्म ले रहे हैं.