कहीं बाहुबली नेता तो कही उनकी पत्नियां विधानसभा चुनाव में मैदान में उतर गई हैं. ये कोई पहली बार नहीं है जब बिहार में चुनाव में बाहुबलियों या उनकी पत्नियों का बोलबाला रहा हो.
बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhnasabha election) के सियासत में बाहुबली और उनकी पत्नियां भी मैदान में उतर गई हैं. कहीं बाहुबली नेता तो कही उनकी पत्नियां विधानसभा चुनाव में मैदान में उतर गई हैं. ये कोई पहली बार नहीं है जब बिहार में चुनाव में बाहुबलियों या उनकी पत्नियों का बोलबाला रहा हो. लोकसभा चुनाव में भी कई बाहुबलियों की पत्नियों ने हाथ आजमाया था जिसमें किसी को जीत किसी को हार मिली थी. इस बार भी चुनाव में कई दबंग और उनकी पत्नी भी आजमा रही हैं.
नीलम देवी बाहुबली विधायक अनंत सिंह की पत्नी हैं. लोकसभा चुनाव 2019 में भी नीलम देवी को कांग्रेस ने मुंगेर से टिकट दिया था लेकिन वो चुनाव हार गईं थीं. इस बार विधानसभा चुनाव में नीलम देवी बाढ़ से निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं. उन्होंने बुधवार को बाढ़ से नामांकन भी दर्ज कराया है.
आरा जिले के संदेश विधानसभा क्षेत्र से जहां दुष्कर्म के आरोपित अरुण यादव की पत्नी किरण देवी को राष्ट्रीय जनता दल ने टिकट दिया है. अरुण यादव को फिलहाल पुलिस तलाश रही है.
नवादा से दुष्कर्म के ही मामले में सजायाफ्ता राजबल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी पर आरजेडी ने एक फिर दांव लगाया है. विभा आरजेडी से लोकसभा 2019 का चुनाव हार चुकी हैं. राजबल्लभ जेल में बंद हैं.
कार को साइड नहीं देने के कारण हत्या करने वाले रॉकी यादव की मां और दबंग रहे बिंदी यादव की पत्नी हैं. वर्तमान में मनोरमा देवी स्थानीय प्राधिकार क्षेत्र से विधान पार्षद हैं. घर में शराब मिलने के जुर्म में मनोरमा भी जेल जा चुकी हैं.
पूर्व एमपी आनंद मोहन सिंह फिलहाल सहरसा जेल में बंद हैं. उनके ऊपर 1994 में गोपालगंज के डीएम के मर्डर का आरोप है और इसमें वो आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं. वहीं, उनकी पत्नी लवली आनंद कुछ समय पहले ही आरजेडी में शामिल हुई हैं और उनके शिवहर से चुनाव लड़ने की पूरी संभावना जताई जा रही है.
एलजेपी के पूर्व एमपी रामा सिंह की पत्नी बीना देवी को भी आरजेडी ने मनहार से टिकट दिया है. आरजेडी के दिवंगत नेता रघुवंश प्रसाद, रामा सिंह के आरजेडी ज्वाइन करने के सख्त खिलाफ थे. इसके लिए उन्होंने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को खत लिखकर इस्तीफा तक दे दिया था. रघुवंश प्रसाद और रामा सिंह सियासी रायवल माने जाते थे. रामा सिंह पर भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें कई मामले रघुवंश प्रसाद के करीबियों की हत्या के ही है. हालांकि, आज तक ये आरोप कानूनी रूप से सिद्ध नहीं हुए हैं.
बिहार के सबसे पॉपुलर बाहुबली अनंत सिंह इस बार भी आरजेडी से चुनाव लड़ रहे हैं. मोकामा से अनंत सिंह पांचवीं बार मैदान में हैं. 2015 में नीतीश कुमार से अलग होने बाद अनंत सिंह निर्दलीय चुनाव लड़े और उन्होंने जेडीयू के मौजूदा मंत्री नीरज कुमार को हराया. वहीं, इस बार अनंत सिंह को आरजेडी ने टिकट दिया है.
कुचायकोट से अमरेंद्र पांडेय भी पांचवी बार मैदान में है. जेडीयू के टिकट से मैदान में उतरने जा रहे अमरेंद्र पांडेय की जीत पहले से ही सुनिश्चित मानी जा रही है और इसका कारण है कि इस इलाके में उनका बोलबाला है. लोग उनके द्वारा किए गए कामों की तारीफ करते हैं.