Mixed Farming: भारत की अधिकतर आबादी आज भी खेती पर निर्भर है. खेती में काम कर दिन रात एक करने के बावजूद भी किसान अच्छा मुनाफा नहीं कमा पाते हैं.....
Mixed Farming: भारत की अधिकतर आबादी आज भी खेती पर निर्भर है. खेती में काम कर दिन रात एक करने के बावजूद भी किसान अच्छा मुनाफा नहीं कमा पाते हैं. ऐसे में आज हम आपको ऐसी तकनीक के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आप कम लागत में भी अधिक मुनाफा कमा सकते हैं.
फसल को जंगली जानवरों से बचाने के लिए खेत के चारो तरफ बाड़बंदी करें. इसके लिए खेत की बाउंड्री पर पोपलर, शीशम, सांगवान, महानीम, चन्दन , महोगनी, खजूर जैसे पेड़ लगा सकते हैं, जो कुछ सालों बाद लकड़ी का उत्पादन देंगे. साथ ही इनके फलों को बेचकर भी आप अतिरिक्त आमदनी कमा सकते हैं.
खेत के एक हिस्से में मौसमी सब्जियों जैसे टमाटर, मिर्च, धनिया, अदरक से लेकर फूलगोभी, पत्ता गोभी, पालक, मेथी और बथुआ की मिश्रित खेती कर सकते हैं. एक बार इन सब्जियों की बुवाई करने के बाद कई बार आप हार्वेस्टिंग कर सकते हैं. साथ ही ये बाजार में हाथों हाथ बिक भी जाती हैं.
सीजन के हिसाब से कोई ना कोई दाल, तिलहन और अनाज की खेती कर आप हर 4-5 महीने में बंधी-बंधाई आमदनी ले सकते हैं. खरीफ सीजन में दाल, चावल और मक्का-बाजरा की खेती की जाती है. जबकि रबी सीजन में गेहूं, सरसों आदि उगाए जाते हैं.
पशुपालन करने से एक तो आप उसके दूध को बेचकर अतिरिक्त पैसा कमा सकते हैं और दूसरा इसके गोबर से खेत के लिए खाद का इंतजाम भी हो जाएगा. आप चाहें तो पेड़ के साथ-साथ खेत के किनारे-किनारे पशुओं के लिए चारा भी उगा सकते हैं.
सौर ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए सरकार भी बड़े पैमाने पर प्रयास कर रही है. जिसके तहत कई राज्य सरकारें किसानों को सोलर पैनल लगाने के लिए पैसा भी दे रही हैं. ऐसे में आप भी सोलर पैनल की मदद से बिजली उत्पादन कर सकते हैं. इससे आपका बिजली का खर्च भी बचेगा.