Palamu Tiger Reserve: पलामू 1854 वर्ग में फैले हुए जंगल है. इस जंगल में करीब 970 तरह के पेड़-पौधे हैं और यहां हिरण, हाथी, बंदर जैसे कई वन्य जीव भी रहते हैं.
पलामू टाइगर रिजर्व में 970 तरह के पेड़-पौधे पाए जाते हैं. इनमें 90 प्रकार के स्थानीय पौधे है. पलामू रिजर्व में 139 तरह की जड़ी-बूटियां भी मिलती है. जिसमें से 144 का उपयोग स्थानीय आदिवासी समुदाय करता है.
2019-2022 तक यहां कोई बाद्य नहीं था. लेकिन पिछले एक साल से यहां बाद्य लौट आए हैं. इसके अलावा इस रिजर्व में हाथी, तेंदूआ, गौर, भालू, चीतल, हिरण, और भारतीय पैगोलिन समेत 175 तरह के पक्षी भी यहां पाए जाते हैं.
मिरचैया फॉल पलामू टाइगर रिजर्व और बेतला नेशनल पार्क के अंदर है. यहां से प्रकृति के साथ छेड़छाड़ न करने की अपील की जाती है. यह फॉल सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है.
लकड़ी का पुल एक प्रमुख सेल्फी प्वाइंट बन गया है. जहां लोग बड़ी संख्या में आते है. पुल और झरने की सुंदरता से यहां आने वाले लोगों को एक अलग ही अनुभव होता है. पर्यटक 100 फिट ऊंचाई से गिरते पानी का नजारा देख सकते है.
बरसात के मौसम में जंगलों से बहने वाली नदियों में पानी रहता है. लेकिन गर्मी में ये नदिया सुख जाती है. ज्यादा गर्मी के कारण कई वन्य जीव जंगल छोड़ कर बहार आ जाते हैं. जिससे वह ग्रामीणों का शिकार बन जाते हैं. 2022 के बाद से एक दर्जन से अधिक हिरण ग्रामीणों का शिकार बन चुके हैं.