पूर्वी चम्पारण : नीतीश कुमार के शराबबंदी कानून को 'खाकी वाले' ही लगा रहे पलीता
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पूर्वी चम्पारण : नीतीश कुमार के शराबबंदी कानून को 'खाकी वाले' ही लगा रहे पलीता

पूर्वी चम्पारण में के फेनहारा थाना के चौकीदार को शराब गटकते हुए देखा गया.

प्रतीकात्मक तस्वीर

पूर्वी चम्पारण : बिहार में पूर्ण शराबबंदी है. कल (सोमवार को) ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कानून में कई बदलाव किए हैं. शराबबंदी को सफल बाने के लिए सरकार लगातार कोशिश कर रही है, लेकिन सरकार के ही कुछ कर्मचारी पलीता लगाने में लगे हैं. कर्मचारियों पर पैसे लेकर शराब माफियाओं की मदद करने के आरोप लगते रहते हैं. यहां तक की पुलिस थानों पर भी पैसे लेकर शराब से लदी गाड़ियों को उनके इलाको से गुजरने की छूट दी जाती है.

पूर्वी चम्पारण में के फेनहारा थाना के चौकीदार को शराब गटकते हुए देखा गया. ना तो इनके पास शराब की कमी है और ना ही किसी वर्दी वाले का डर, क्योंकी जनाब खुद वर्दी वाले हैं. चौकीदार बिन्देश्वरी शराब तस्करों से जब्त शराब का लुफ्त उठाने में मसगूल हैं. 

पूर्वी चंपारण के पुलिस वालों पर भी आए दिन शराब तस्करों को फलने-फूलने देने का आरोप लगता रहा है. साथ ही कहा जाता है इसके एवज में तस्कर इन्हें चढ़ावा भी चढ़ाते हैं. पूर्वी चंपारण स्थित भारत-नेपाल सीमा से लगने वाले कई थाना के चौकीदार पर भी पैसे लेकर शराब माफियाओं की मदद करने का आरोप लगा है.

अब बात यह उठती है कि शराब पीने और बेचने वालों के लिए तो सरकार सख्त है, लेकिन इन बाबुओं का क्या होगा जो शराबबंदी के बहाने अपनी जेब गर्म करने में व्यस्त हैं.