बिहार में प्रवासी श्रमिकों को लेकर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है. प्रवासी मजदूर को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में लगातार बयानबाजी चल रही है.
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पटना: बिहार में प्रवासी श्रमिकों को लेकर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है. प्रवासी मजदूर को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में लगातार बयानबाजी चल रही है. बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार ने कहा है कि प्रवासी मजदूर की चिंता राज्य सरकार को है और राज्य सरकार ने कार्य प्रणाली इनके लिए बना दिया है जिसका अहसास इन मजदूरों को है.
साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्ष नकारात्मक राजनीति के एजेंडे से चल रहा है और वोट का राजनीति कर रहा है. वहीं, आरजेडी वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने प्रवासी मजदूर को लेकर कहा कि बिहार में व्यवस्था इन मजदूरों के लिए ठीक से नहीं है. अब धीरे-धीरे लॉक डाउन खुल रहा है और सभी मज़दूर चले आएंगे तो आर्थिक गतिविधि बैगेर श्रमिक के नही हो पाएगा .
उन्होंन कहा कि जिस राज्य में हमारे राज्य के प्रवासी मजदूर हैं. उन राज्यों को उनका ख्याल रखना होगा. गुजरात की सरकार हो कर्नाटक की सरकार जो प्रवासियों मजदूर को अपना रखना चाहती हैं वह उन मजदूरों के लिए 3 महीने का अग्रिम वेतन दे और क्या एग्रीमेंट करे कि जब भी वह मजदूर काम से मुक्त हो तो 1 महीने का और वेतन दे.
वहीं, आरजेडी ने बयान के बाद अब बिहार सरकार के मंत्री प्रमोद कुमार ने नेता विपक्ष तेजस्वी यादव के साथ विपक्ष के सभी नेताओं पर साधा निशाना और कहा की विपक्ष कर रहा है. अगर इनके पास राशि और धन है तो मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री राहत कोष में दें और सरकार सही काम कर रही है इस आपदा के समय में लेकिन विपक्ष राजनीति कर रही है.