'लव जेहाद' मुद्दे पर तकरार! JDU के इस रिएक्शन से बढ़ेगी BJP की टेंशन!
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'लव जेहाद' मुद्दे पर तकरार! JDU के इस रिएक्शन से बढ़ेगी BJP की टेंशन!

केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह चाहते हैं कि बीजेपी शासित दूसरे राज्यों की ही तरह बिहार में भी लव जेहाद के खिलाफ कठोर कानून बनाने की कावायद शुरु हो.

बीजेपी के लव जेहाद मुद्दे पर सियासत तेज हो गई. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

पटना: बिहार में लव जेहाद का मुद्दा एकबार फिर गर्माने लगा है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने लव जेहाद मुद्दे पर बिहार में कानून बनाए जाने की वकालत की है. लेकिन जेडीयू को गिरिराज सिंह का ये मुद्दा बेकार नजर आ रहा है. वहीं, बीजेपी प्रवक्ताओं की फौज ने लव जेहाद पर कानून बनाए जाने की वकालत कर दी है. तो दूसरी तरफ जेडीयू एमएलसी गुलाम गौस ने ये कहते हुए मामले पर पार्टी की राय साफ कर दी है कि मियां बीबी राजी तो क्या करेगा काजी. 

बिहार में एनडीए की नई सरकार पर काफी दवाब है. अपने घोषणा पत्र के जमीन पर लागू करने से लेकर मजबूत विपक्ष को माकूल जवाब देने की तैयारी सरकार को करनी है. लेकिन इसी बीच बीजेपी के एक एजेंडे ने नीतीश कुमार सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. 

दरअसल, मामला लव जेहाद को लेकर कानून लागू करने से जुड़ा है. केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह चाहते हैं कि बीजेपी शासित दूसरे राज्यों की ही तरह बिहार में भी लव जेहाद के खिलाफ कठोर कानून बनाने की कावायद शुरु हो. वहीं जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने गिरिराज सिंह के मुद्दे को गैर जरुरी बता कर मामले को ठंड़े बस्ते में डालने की कोशिश जरुर की है. लेकिन जेडीयू की न के बावजूद बीजेपी प्रवक्ताओं की फौज ने लव जेहाद कानून को लेकर बयानों की झडी लगा दी है. 

बीजेपी प्रवक्ता अजफर शम्शी ने कहा है कि अपनी मर्जी से दो समुदाय के लोग विवाह करते हैं तो इसमें कोई परेशानी नहीं है. लेकिन किसी को ट्रैप कर झूठ बोलकर शादी करना और उसके बाद जबरन धर्म परिवर्तन करना गुनाह है. इसके लिए कानून बनने चाहिए.

वहीं, बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने भी कहा है कि कई राज्यों में लव जेहाद पर सख्ती करते हुए कानून बनाने की कवायद चल रही है. लव जेहाद के नाम पर धार्मिक आधार पर जीवन को बर्बाद किया जाता है. बिहार में भी मामले पर सख्ती  की जरूरत है. यहां भी कानून बनना चाहिए. 

बीजेपी की जोर जबरदस्ती के बीच जेडीयू नेताओं ने भी लव जेहाद कानून के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जेडीयू एमएलसी गुलाम गौस ने कहा है कि हमारे गांव घर में एक कहावत है 'जब मियां बीबी राजी तो क्या करेगा काजी.' कुछ राजनीतिक दल अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए इस तरह के मुद्दे उठाते हैं. कानून तो दलितों को लेकर भी बने हैं. लेकिन उसका भी दुरुपयोग  होता है. ऐसे मामले में कोई कानून की जरूरत नहीं है. 

इधर, विपक्ष ने भी बीजेपी के एजेंडे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि बीजेपी लव जिहाद के बारे में बोल रही. लेकिन बेरोजगारी के खिलाफ जिहाद कब बोलेगी ये नहीं बता रही है. 19 लाख नौकरी कब देगी ये नहीं बता रही. बीजेपी कमजोर सीएम के कारण यहां अपना एजेंडा लागू करने में लगी है. जवाब तो अब नीतीश कुमार को देना चाहिए.