Jharkhand Politics: 15 नवंबर, साल 2000 को झारखंड राज्य का गठन हुआ. इसका मतलब हुआ कि झारखंड करीब 24 साल का हो चुका है. इस 24 साल के राज्य को अबतक 13 मुख्यमंत्री मिल चुके हैं. अगर रघुबर दास को छोड़ दिया तो किसी भी सीएम ने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है. केवल बीजेपी के रघुबर दास ने ही अपना पांच साल का पूरा कार्यकाल किया है. वहीं, हेमंत सोरेन 4 जुलाई, 2024 को सीएम पद की शपथ लेने के साथ राज्य के तीसरी बार मुख्यमंत्री बने और ऐसा करने वाले वह तीसरे नेता हैं. इसके पहले शिबू सोरेन और बीजेपी के अर्जुन मुंडा तीन तीन बार सीएम पद की शपथ ले चुके हैं.


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बाबूलाल मरांडी राज्य के पहले सीएम बने थे. वह इस वक्त झारखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं. दूसरे मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा बने थे. महज 35 साल की आयु में मुख्यमंत्री का पद संभालने वाले अर्जुन मुंडा के नाम देश में सबसे कम उम्र में मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड है. तीसरे सीएम के तौर पर शिबू सोरेन ने शपथ ली थी. साल 2005 में झारखंड विधानसभा चुनावों के बाद वह विवादस्पद तरीके से राज्य के मुख्यमंत्री बने, लेकिन बहुमत साबित नहीं कर पाने की वजह से कुछ दिनों के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा. 


शिबू सोरेन झारखंड के तीन बार सीएम बन चुके हैं. वहीं, अर्जुन मुंडा भी तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले चुके हैं. मधु कोडा राज्य के 5वें मुख्यमंत्री के रूप में 18 सितंबर 2006 को शपथ ली थी. इसके बाद 19 जनवरी, 2009 से लेकर 29 दिसम्बर 2009 तक यानी 344 दिन तक राष्ट्रपति शासन लागू रहा. इसके बाद शिबू सोरेन ने सरकार बनाई. इसके कुछ दिन बाद राज्य में फिर एक बार राष्ट्रपति शासन लग गया. 1 जून 2010 से लेकर 10 सितंबर 2010 तक प्रेसिडेंट रुल लागू लगा. अर्जुन मुंडा ने एक बार फिर सरकार बनाई. इस सरकार के 2 साल, 129 दिन के बाद फिर राष्ट्रपति शासन लग गया.


18 जनवरी 2013 से 13 जुलाई 2013 यानी 176 दिन तक झारखंड में प्रेसिडेंट रुल लागू रहा. जब राष्ट्रपति शासन खत्म हुआ तब हेमंत सोरेन ने सरकार बनाई और पहली बार सीएम बने. फिर 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई और रघुबर दास सीएम बने. वहीं, साल 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हार मिली और जेएमएम-कांग्रेस-राजद ने मिलकर चुनाव लड़ा. चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद सरकार बनाई और हेमंत सोरेन सीएम बने.


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वहीं, जब 31 जनवरी, 2024 को ईडी ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया, तब उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद राज्य को 12वां सीएम चंपई सोरेन के तौर पर मिला. अब जब हेमंत सोरेन को हाई कोर्ट से बेल मिली और वह जेल से बाहर आए तो उन्होंने सीएम पद की तीसरी बार शपथ ली और चंपई सोरेन ने सीएम का पद छोड़ दिया.


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