पवार फैमिली की पावर पॉलिटिक्स का असर राष्ट्रीय राजनीति पर साफतौर पर दिखाई देने लगा है. खबर मिल रही है कि विपक्षी दलों की अगली बैठक को टाल दिया गया है. जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने बैठक टलने की बात को कंफर्म किया.
Trending Photos
Opposition parties meeting postponed: महाराष्ट्र में NCP नेता अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार से बगावत करके प्रदेश ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी भूचाल ला दिया. पवार फैमिली की पावर पॉलिटिक्स का असर राष्ट्रीय राजनीति पर साफतौर पर दिखाई देने लगा है. खबर मिल रही है कि विपक्षी दलों की अगली बैठक को टाल दिया गया है. जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने बैठक टलने की बात को कंफर्म किया. हालांकि उन्होंने इसके पीछे बिहार के मानसून सत्र का हवाला दिया है. बैठक की नई तारीख अभी सामने नहीं आई है. केसी त्यागी ने कहा कि विपक्षी दलों की बैठक अब संसद के मॉनसून सत्र के बाद ही होने के आसार हैं.
जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि 10 जुलाई से 14 जुलाई तक बिहार विधानसभा का सत्र है. उसके बाद 20 जुलाई से 11 अगस्त तक संसद का मॉनसून सत्र चलेगा. ऐसे में विपक्षी दलों की बैठक इस महीने संभव नहीं होती दिख रही है. इसी के चलते विपक्षी दलों की अगली बैठक अब 11 अगस्त के बाद ही होगी. उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी दलों के नेताओं से बात करके नई तारीख का ऐलान कर दिया जाएगा. केसी त्यागी के मुताबिक, मानसून सत्र के कारण विपक्षी बैठक को टाला गया है, लेकिन सियासी गलियारों में चर्चा है कि विपक्षी दलों के महाजुटान पर महाराष्ट्र की राजनीति में जारी उठा-पटक का असर पड़ा है.
ये भी पढ़ें- Bihar Politics: उद्धव का शिकार, पवार पर वार, अब अगला टारगेट नीतीश कुमार?
इससे पहले कांग्रेस सूत्रों से जो जानकारी मिल रही थी उसके अनुसार विपक्षी दलों की अगली बैठक 13 जुलाई और 14 जुलाई की बजाए 17-18 जुलाई को बैंगलोर में होने की संभावना थी. लेकिन, ममता बनर्जी, हेमंत सोरेन, एमके स्टालिन और नीतीश कुमार के अलग अलग कार्यक्रमों की वजह से बैठक टालनी पड़ी. बता दें कि विपक्षी एकजुटता की बेंगलुरु मीटिंग में सीट बंटवारे को अंतिम रूप दिया जाना था. इसमें सीट बंटवारे पर चर्चा भी होने वाली थी. पटना की बैठक में एक साथ चलने पर सहमति बनी थी. इसके बाद अगली मीटिंग में तय होना था कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा.
ये भी पढ़ें- Bihar: महाराष्ट्र की तरह बिहार में भी चाचा पर भारी पड़ सकता है भतीजा, चिराग पासवान के आने वाले हैं 'अच्छे दिन'!
उधर शरद पवार के भतीजे अजीत पवार ने पार्टी तोड़कर भूचाल ला दिया है. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में उन्हें डिप्टी सीएम बनाया गया है. शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम बनने के साथ ही अजीत पवार ने पार्टी पर भी अपना अधिकार ठोंक दिया है. ठीक इसी तरह एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे से बगावत की थी और शिवसेना को दो टुकड़ों में बांट दिया था. राजनीतिक गलियारों में चर्चा रहा है कि अगला नंबर नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू का आने वाला है.