मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने सोमवार को बदले घटनाक्रम में अचानक 8 जिलाध्यक्षों की छुट्टी कर दी और उनके बदले नए जिलाध्यक्ष भी तैनात कर दिए. यह बदलाव ज्यादातर उन जिलों में किए गए हैं, जहां लोकसभा चुनाव में पार्टी को खराब प्रदर्शन का सामना करना पड़ा था. जिन जिलों के जिलाध्यक्ष बदले गए हैं, उनमें पूर्णिया, बेगूसराय, नवादा, जहानाबाद, कटिहार, भागलपुर नगर और कैमूर शामिल हैं. जिलाध्यक्ष बदलने में पार्टी ने जातिगत समीकरणों और आने वाले विधानसभा चुनाव में उसको साधने पर भी फोकस किया है. दो जिलों में कुशवाहा समाज को तवज्जो दी गई है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

READ ALSO: एकाध 'भारत रत्न' तो बिना रोड के यह पुल बनाने वालों को भी देना चाहिए!



जेडीयू में हुए बदलाव की बात करें तो जहानाबाद में दिलीप कुशवाहा को नया जिलाध्यक्ष बनाया गया है. यहां से चंद्रेश्वर चंद्रवंशी चुनाव हार गए थे. दूसरी ओर पूर्णिया ग्रामीण में प्रकार कुमार और पूर्णिया सिटी में अविनाश सिंह को जिलाध्यक्ष बनाया गया है. बता दें कि पूर्णिया सीट पर पार्टी को लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था.


कटिहार नगर में अमित कुमार शाह को मौका मिला है तो कटिहार में सूरज कुमार राय को जिलाध्यक्ष बनाया गया है. कटिहार में भी कांग्रेस के तारिक अनवर के हाथों पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था. 


भागलपुर नगर में संजय साह, बेगूसराय नगर में पंकज कुमार सिंह, नवादा में मुकेश विद्यार्थी और कैमूर में अनिल कुशवाहा नए जिलाध्यक्ष होंगे. 


READ ALSO: शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला, अनंत चतुर्दशी और जिउतिया पर मिलेगी छुट्टी


पार्टी ने यह बदलाव लोकसभा चुनाव में मिली हार से सबक लेते हुए किया है तो जाहिर सी बात है कि विधानसभा चुनाव में नए जिलाध्यक्षों पर बड़ी जिम्मेदारी भी होगी. पार्टी अपने संगठन को मजबूत करने की लगातार कोशिश कर रही है. 



आपको बता दें कि विधानसभा के अंदर मौजूदा समय में जेडीयू की स्थिति बहुत मजबूत नहीं है और वह भाजपा, राजद के बाद तीसरे नंबर की पार्टी है. 2020 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू को केवल 45 सीटें हासिल हुई थीं.