लालू प्रसाद यादव क्या जान-बूझकर जीतनराम मांझी के लिए जातिसूचक शब्द इस्तेमाल कर रहे? जेडीयू ने उठाए सवाल
Jitan Ram Manjhi Vs Lalu Prasad Yadav: वैसे तो किसी को भी जातिसूचक शब्द कहना अपराध माना जाता है, लेकिन राजनीति में सब जायज है. न लालू प्रसाद यादव मानने को तैयार हैं और न ही जीतनराम मांझी. दोनों को राजनीति जो करनी है. जितनी ज्यादा बातें होंगी, अपने अपने समाज में इनकी लोकप्रियता और बढ़ेगी. इस बहाने कोई अपराध होता है तो होने दो. क्या फर्क पड़ता है.
पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav)और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के बीच जाति को लेकर हुए विवाद में जेडीयू नेता नीरज कुमार भी कूद पड़े हैं. गुरुवार को नीरज कुमार ने कहा, राजनीति में लालू प्रसाद यादव और जीतन राम मांझी का नाम है. जीतन राम मांझी इस समय केंद्रीय मंत्री भी हैं. मौजूदा समय राजनीतिक प्रतिक्रियाओं का दौर है लेकिन इस देश में अनुसूचित जनजाति अधिनियम 1989 प्रभावी है. किसी भी दलित समुदाय के व्यक्ति को जातिसूचक शब्द कहना कानून के नजर में अपराध है. जीतनराम मांझी का यह विवेक है कि वह इस कानून का किस तरह से इस्तेमाल करते हैं. दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी को लेकर कहा था कि वह मुसहर हैं.
READ ALSO: 'कविता' ने तो अशोक चौधरी का प्रमोशन करवा दिया, विरोधी चारों खाने चित
इस पर जीतनराम मांझी ने एक्स पर लिखा, 'लालू जी! हम मुसहर-भुईयां हैं, हमारे पिता मुसहर-भुईयां थे, हमारे दादा मुसहर-भुईयां थे, हमारे परदादा मुसहर-भुईयां थे, हमारा तो पूरा खानदान ही मुसहर-भुईयां है और हम तो गर्व से कहते हैं कि हम मुसहर-भुईयां हैं.' मांझी बोले, वो शिक्षित नहीं हैं, हम शिक्षित हैं. हमने बीए ऑनर्स किया है. वह बड़ी-बड़ी बातें करते हैं. वह भी बताएं कि उनकी डिग्री क्या है और हम भी बताते हैं कि हमारी डिग्री क्या है. मांझी ने कहा कि वह हमें शर्मा कहते हैं, अपने पिता के बारे में भी बताएं.
जीतनराम मांझी ने 19 सितंबर को एक पोस्ट में कहा था, 'विपक्षी दलों के गुंडे हमारे घर, दरवाजों को तोड़ सकते हैं पर हमारे लोगों का हौसला नहीं तोड़ सकते. घर जलाने वाले लोगों के संरक्षक लालू पाल (गरेड़ी) आप राजनीति के लिए अपनी जाति छुपा सकते हैं, पर हम नहीं. हम गर्व से कहतें हैं 'हम मुसहर हैं.'
READ ALSO: '2 अक्टूबर से देखिएगा कि प्रचार कैसे होता है', प्रशांत किशोर ने कर दिया तगड़ा दावा
मांझी ने कहा, 'लालू जी में हिम्मत है तो वह भी कहकर दिखाएं कि हम गरेड़ी हैं. पूरे बिहार में दलितों के जमीन पर और मुसलमानों के क़ब्रिस्तानों पर किस पार्टी के समर्थकों का क़ब्जा रहा है, यह सबको पता है. आपने और आपके लोगों ने बहुत दबा लिया हमलोगों को, अब करारा जवाब मिलेगा.'
-आईएएनएस