पटना: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद देश भर में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है. इस हत्याकांड की चर्चा बिहार में भी बहुत तेजी से चल रही है. रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने यूपी सरकार पर सवाल करते हुए कहा कि 'यूपी मॉडल' से बेहतर 'बिहार मॉडल' है. उन्होंने कहा कि यह हत्याकांड अकस्मात नहीं है इसको लेकर सोची समझी योजना बनाई गई है. इस मामले में जांच होनी चाहिए.


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बिहार का बेहतर है लॉ एंड ऑर्डर
जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार उत्तर प्रदेश की सीमा से जुड़ा हुआ हिस्सा है, लेकिन यहां यूपी के लॉ एंड ऑर्डर से बेहतर है. बिहार में कोई भी मामला होता है तो यहां तुरंत कार्रवाई होती है. इस हत्याकांड पर उन्होंने कहा कि भाजपा तो बोलती है कि युवाओं को हर साल दो करोड़ नौकरी दी जाएगी. क्या अभी तक युवाओं को नौकरी मिली? सरकार ने महंगाई दूर करने की बात कही थी, क्या महंगाई दूर हुई. लोगों की सरेआम गोली मारकर हत्या की जा रही है.


हमलावरों  ने अतीक का खत्म किया अतीत
बता दें कि शनिवार देर रात पुलिस माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को प्रयागराज में मेडिकल के लिए लेकर जा रहे थे. मेडिकल कॉलेज के बाहर ही तीन बदमाशों ने अतीक और अशरफ पर गोलियां की बौछार कर मौत के घाट उतार दिया. जब तक पुलिस समझ पाती, तब तक दोनों की जान जा चुकी थी. इस हत्याकांड में यूपी सरकार ने 17 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग से जांच कराने का फैसला लिया है.


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