पटना:Bihar Politcs:  बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आज मिलन समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में जेडीयू के पूर्व उपाध्यक्ष और नीतीश कुमार के करीबी पूर्व विधायक ललन पासवान ने बीजेपी की सदस्यता ली. इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, राज्यसभा सांसद सुशील मोदी, पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव और मंगल पांडेय मौजूद रहे. ललन पासवान के साथ सैकड़ों की संख्या में लोगों ने सदस्यता ली.


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बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि ललन पासवान का हम सभी स्वागत करते है. बीजेपी ने कर्पूरी ठाकुर और लालू यादव के साथ साथ नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया. सुशील मोदी ने आंदोलन किया और फायदा नीतीश कुमार को मिला. एक भी फोटो उनके आंदोलन का नहीं है.  हेलीकॉप्टर से दिल्ली से भेजा गया और सीएम बने. 1995 में भी समता पार्टी ने 6 सीट जीत हासिल की और बीजेपी उनसे तीन गुना सीट जीत हासिल की थी. अब नीतीश कुमार की क्या हालत है सभी जानते है. 2020 में कम सीट आने के बाद भी पीएम मोदी के कमिटमेंट के अनुसार नीतीश कुमार को सीएम बनाया था. 2024 में मोदी की सरकार केंद्र में बननी तय है और 2025 में बिहार में बीजेपी की सरकार बनेगी.


वहीं बीजेपी राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि ललन पासवान की छात्र राजनीति से ही सक्रिय है. 12 महीने से ज्यादा का वक्त हो चुका है. राजद और जेडीयू में कोई भी बड़े नेता शामिल नहीं हुए है, बल्कि लगातार कई नेता ने महागठबंधन को छोड़ा है. लगातार बड़े नेता बीजेपी में शामिल हो रहे है. लोकसभा चुनाव से पहले जेडीयू को टूटने से कोई नहीं बचा सकता है. जब से नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को आगे करने की बात कही है उसके बाद नेता उनके साथ रहने को तैयार नहीं है. नीतीश कुमार को तो पसंद करते है लेकिन तेजस्वी का नेतृत्व पसंद नहीं है. इंडिया गठबंधन की रैली भी नहीं हो सकी है. जातीय जनगणना के बाद जेडीयू को लगा की नीतीश कुमार पीएम पद के उम्मीदवार होंगे, लेकिन शशि थरूर ने राहुल गांधी को उम्मीदवार बता दिया है. कांग्रेस ने नीतीश कुमार के सपने को तोड़ दिया है.


इनपुट-शिवम


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