रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेता और विधायक लोबिन हेम्ब्रम की नाराजगी अब खुलकर धरातल पर आ चुकी है. लोबिन हेम्ब्रम ने अब अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वह अपनी सरकार के खिलाफ 7 मार्च से 'अन्याय यात्रा' निकालेंगे. शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए लोबिन हेम्ब्रम ने अपनी ही सरकार को घेरा. इस दौरान उन्होंने शायराना अंदाज में कहा, "झारखंड को अपनों ने लूटा, गैरों में कहां दम था, कश्ती वहीं डूबी, जहां पानी कम था."


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उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल में झारखंडियों के साथ अन्याय हुआ है. वह 'अन्याय यात्रा' निकालकर आदिवासी-मूलवासी का राग अलापने वालों को बेनकाब करेंगे. लोबिन हेम्ब्रम ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में आदिवासी-मूलवासी का राग अलापने वालों ने आदिवासियों को केवल ठगा है. आदिवासियों के नाम पर कमाया, लेकिन उन्हें कुछ दिया नहीं. हालांकि, उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन हमारे लिए सम्मानीय हैं और हमेशा वही मेरे गुरु रहेंगे.


लोबिन ने इसके पहले 22 फरवरी को सीएम हाउस में आयोजित झामुमो केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक में भी पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के करीबियों पंकज मिश्रा और अभिषेक प्रसाद पिंटू की भूमिका पर सवाल खड़े किए थे. विधानसभा में संथाल परगना के बोरियो निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले लोबिन हेंब्रम पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के कार्यकाल में भी उनकी लगातार आलोचना करते रहे हैं. वह पहले कई बार कह चुके हैं कि आदिवासियों के हक-अधिकार के नाम पर झामुमो ने वोट मांगे और सरकार बनाई, लेकिन सरकार में उनके ही हितों पर लगातार प्रहार हो रहा है. वह संथाल परगना में अवैध खनन से लेकर शराबबंदी के सवालों पर सदन में सरकार को कठघरे में खड़ा कर चुके हैं.


इनपुट- आईएएनएस


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