Lok Sabha Election 2024: नीतीश ने पलटी न मारी तो आम चुनाव में पहली बार होगा PM मोदी Vs महागठबंधन का मुकाबला
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Lok Sabha Election 2024: नीतीश ने पलटी न मारी तो आम चुनाव में पहली बार होगा PM मोदी Vs महागठबंधन का मुकाबला

लोकसभा चुनाव में भले ही अभी लगभग साल भर का समय बाकी है, लेकिन राजनीतिक सरगर्मियां अभी से ही जोर मारने लगी हैं. JDU में उठापटक हुआ और उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) नई राजनीतिक पार्टी बनाकर अब एनडीए (NDA) से पींगें बढ़ा रहे हैं.

पीएम मोदी और नीतीश कुमार

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में भले ही अभी लगभग साल भर का समय बाकी है, लेकिन राजनीतिक सरगर्मियां अभी से ही जोर मारने लगी हैं. JDU में उठापटक हुआ और उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) नई राजनीतिक पार्टी बनाकर अब एनडीए (NDA) से पींगें बढ़ा रहे हैं. बीजेपी चिराग पासवान (Chirag Paswan) को जल्द ही एनडीए में शामिल कर सकती है. उधर, महागठबंधन (Mahagathbandhan) भी लोकसभा चुनाव (General Election 2024) के लिए अपनी तैयारी तेज कर रहा है. इसी को लेकर 25 फरवरी को पूर्णिया में महागठबंधन की बड़ी रैली होने जा रही है. 25 फरवरी को ही अमित शाह (Amit Shah) बिहार के वाल्मीकिनगर (BJP Valmikinagar Rally) में बड़ी रैली करने वाले हैं. आने वाले लोकसभा चुनाव की खास बात यह होगी कि अगर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने पलटी न मारी तो इस बार पहली बार मुकाबला मोदी Vs महागठबंधन (PM Modi Vs Mahagathbandhan) होगा, क्योंकि लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी अकेले तो चुनाव लड़ी थी लेकिन एनडीए के खिलाफ राजद और कांग्रेस के साथ मिलकर पहली बार चुनाव मैदान में होगी. इससे महागठबंधन के नेता अपने-अपने वोटरों को लेकर आश्वस्त हैं और इसी कारण वे दावा कर रहे हैं बिहार से बीजेपी को एक भी सीट नहीं मिलने वाली है.

  1. जेडीयू पहली बार महागठबंधन के साथ लड़ेगी लोकसभा चुनाव 
  2. 2014 में अकेले उतरकर पार्टी का हश्र देख चुके हैं नीतीश

 

2014 में अकेले लड़कर औकात देख चुके हैं नीतीश 

2014 के आम चुनाव में बीजेपी ने जब नरेंद्र मोदी को पीएम पद के लिए प्रोजेक्ट किया, उसके बाद विरोधस्वरूप नीतीश कुमार ने एनडीए से अलग होने का फैसला किया. उस समय नीतीश कुमार मुसलमानों को अपनी ओर लुभाने की कोशिश कर रहे थे और उनका एनडीए से निकलने का फैसला भी इसलिए ही था. हालांकि उस चुनाव में जेडीयू को 2 सीटें ही हासिल हुई थीं. बीजेपी 22 सीटों के साथ सबसे आगे रही थी और उसकी सहयोगी एलजेपी को 6 सीटें मिली थीं. राजद को 4 तो कांग्रेस को भी 2 सीटें ही मिली थीं. 

2019 के चुनाव में एनडीए ने किया था शानदार प्रदर्शन 

2019 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी बीजेपी के साथ थी और एनडीए के बैनर तले चुनाव मैदान में उतरी थी. इस चुनाव में एनडीए ने कमाल का प्रदर्शन किया था. उसे 39 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. इस चुनाव में बीजेपी को 17, जेडीयू को 16 तो एलजेपी को 6 सीटें नसीब हुई थी. एक सीट अन्य के खाते में गई और राजद का तो बिहार में खाता भी नहीं खुला था.

2024 में क्या होगा, क्या पीएम मोदी का जादू चलेगा?

इस तरह नीतीश कुमार की पार्टी ने लोकसभा चुनाव अकेले लड़कर देख लिया है और एनडीए में रहते भी जीत का डंका बजाया है. हालांकि अब तक वह लोकसभा चुनाव में राजद के साथ और महागठबंधन के बैनर तले चुनाव मैदान में नहीं उतरी है. अगर नीतीश कुमार पलटी नहीं मारते हैं तो यह पहला लोकसभा चुनाव होगा, जिसमें नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की पार्टियां एक साथ होकर कांग्रेस और अन्य सहयोगी दलों के साथ मिलकर पीएम मोदी और उनकी सरकार पर हमलावर होंगे और जवाब में पीएम मोदी और उनका प्रचार तंत्र होगा. देखना यह होगा कि बिहार में पीएम मोदी का जादू चलता है या फिर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव का.

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