Bihar News: गले में पट्टा बांधकर गोधरा के नरभक्षी के इशारे पर बिहार की राजनीति को कलंकित कर रहा, सम्राट चौधरी पर रोहिणी आचार्य का बड़ा हमला
Bihar News: रोहिणी आचार्य ने सम्राट चौधरी के बयान पर ट्वीट करते हुए कहा कि सम्राट चौधरी गले में पट्टा बांधकर गोधरा के नरभक्षी के इशारे पर बिहार की राजनीति को कलंकित कर रहा है.
पटना : लोकसभा चुनाव जैस-जैस नजदीक आते जा रहे है ठीक ऐसे ही बिहार में राजनीतिक माहौल गर्म होता जा रहा है. पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच आए दिन बयान बाजी का दौर शुरू हो गया है. बुधवार को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी लालू यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वो बिहार पॉलिटिक्स के लिए 'कैंसर' के रूप में हैं. इसी बात को लेकर सोशल मीडिया पर लालू की बेटी रोहिणी आचार्य और लालू प्रसाद यादव के बीच तनातनी का माहौल देखा गया.
जब सम्राट चौधरी ने लालू प्रसाद यादव को बिहार के लिए राजनीतिक रूप से कैंसर बताया तो उसके बाद सोशल मीडिया पर पक्ष और विपक्ष में बयान बाजी का दौर शुरू हो गया है. इस विवाद के बाद ही रोहिणी आचार्य ने इस बयान के खिलाफ जवाब देते हुए एक ट्वीट किया, जिसमें वे सम्राट चौधरी को कड़ी आलोचना करती हैं. साथ ही कहा कि सम्राट चौधरी गले में पट्टा बांधकर गोधरा के नरभक्षी के इशारे पर बिहार की राजनीति को कलंकित कर रहा है.
इस विवाद के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने भी सम्राट चौधरी के खिलाफ आपत्ति जताई और पूछा कि सम्राट चौधरी की क्या हैसियत है और क्या वे लालू प्रसाद यादव के सामने कुछ भी हैं. वहीं इस विवाद के बाद यह दिखाई देता है कि बिहार की राजनीति में चरणवीण सियासी गतिविधियां हो रही हैं और सियासी नेताओं के बीच में आपसी टकराव तेजी से बढ़ रहा है. इसका सोशल मीडिया पर भी व्यापक प्रसारण हो रहा है, जिससे इस विवाद की चर्चा लोगों के बीच हो रही है. यह विवाद बिहार की सियासी परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देता है और आने वाले चुनावों में इसका महत्वपूर्ण प्रभाव हो सकता है.
वहीं आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव ने बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी पर जोरदार हमला बोला और कहा सम्राट चौधरी इन दिनों डीरेल हो चुके है. वरिष्ठ नेता और सामाजिक न्याय के पुरोधा को एक डिजीज से जोड़ रहे है यदि यही बात हम कह दे की सम्राट चौधरी बीजेपी में एड्स के समान है तो अच्छा तो नहीं लगेगा. राजनीतिक सूचता और गरिमा रहना चाहिए. मैं ये मानता हूं कि आरजेडी के करोड़ों कार्यकर्ता जिन्होंने आरजेडी में अपनी राजनीतिक पारी खेली है उसमें एक नाजायज कार्यकर्ता के रूप में है जिन्होंने हाफ पैंट से शुरू किया था राजनीति आरजेडी में और हाफ पैंट वालो के साथ जाकर अपनी भाषा और मर्यादा दोनो भूल रहे हैं. कभी कहते हैं कि हमारे पिताजी स्वतंत्रता सेनानी है तो अगर स्वतंत्रता सेनानी है तो क्या पेंशन मिल रहा है. हम तो अपना संस्कार इतना नीचे नहीं गिरा सकते हैं ये तो नहीं कह सकते है कि आपके पिता सीमा पर से समान लेकर भाग गए थे, ये तो कहना उचित नहीं होगा.
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