Bihar Politics: बिहार में होने वाले उपचुनाव से पहले पशुपति पारस को बड़ा झटका लगने वाले वाला है, क्योंकि सुनील पांडेय ने राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) को अलविदा कहने वाले हैं. वह 18 अगस्त, 2024 दिन रविवार को बीजेपी में शामिल होने वाले हैं. मिली जानकारी के अनुसार, पटना में बीजेपी कार्यालय के अटल सभागार में मिलन समारोह आयोजित किया गया है. इस दौरान सुनील पांडेय के बेटे विशाल प्रशांत भी बीजेपी में शामिल हो रहे हैं.


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दरअसल, तरारी विधानसभा से 4 बार के विधायक रहे नरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ सुनील पांडेय का राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) काफी दबदबा था. कहा जाता है कि सुनील पांडेय की वजह से ही पशुपति पारस ने उपचुनाव में एनडीए (NDA) से तरारी विधानसभा सीट मांगा था.


सुनील पांडेय साल 2000 में समता पार्टी के टिकट पर पहली बार पीरो विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था और जीता दर्ज की थी. इसके बाद 2005 में फरवरी में हुए उपचुनाव में भी जीत हासिल की. वहीं, अक्टूबर 2005 में हुए उपचुनाव में भी सुनील पांडे ने जीत दर्ज की थी. जदयू के टिकट पर साल 2010 में तरारी विधानसभा सीट से चुनाव जीता था.


वहीं, साल एलजेपी के टिकट पर 2015 में सुनील पांडेय की पत्नी गीता पांडेय तरारी विधानसभा से चुनाव लड़ी थीं. मगर, उन्हें हार मिली थी. सुनील पांडेय साल 2020 के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर चुनाव लड़ा और दूसरे नंबर पर रहे थे.


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बता दें कि नरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ सुनील पांडेय मूल रूप से रोहतास जिले के रहने वाले हैं. हालांकि, सुनील पांडे ने अपनी सियासी पारी की शुरुआत भोजपुर जिले के पीरो विधानसभा सीट से किया था. साल 2000 में सुनील पांडे ने पीरो सीट से अपने पहले चुनाव में जीत दर्ज की थी.


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