पटना: Kurhani Bypoll 2022: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उप चुनाव को लेकर सभी पार्टियां जोड़तोड़ में जुटी हैं. इस बीच बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया है कि आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं.


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'अतिपिछड़ा समाज का JDU ने किया अपमान'
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम एवं राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि जेडीयू ने कुढ़नी उपचुनाव में अतिपिछड़ा समाज का टिकट काटकर अपमान किया, जबकि बीजेपी ने इसी समाज के केदार गुप्ता को उम्मीदवार बना कर अतिपिछड़ों को सम्मान दिया.


सुशील मोदी ने कहा कि जेडीयू अनिल सहनी की सदस्यता रद्द होने पर इसी समाज के किसी अन्य व्यक्ति को टिकट दे सकता था, लेकिन उसने अपनी अतिपिछड़ा विरोधी मानसिकता जाहिर कर दी.


बीजेपी की जीत का दावा
उन्होंने कहा कि 2015 में जब नीतीश कुमार और लालू यादव गठबंधन करके बीजेपी के खिलाफ उतरे थे, तब केदार गुप्ता ने महागठबंधन के मनोज सिंह को 12 हजार वोट से हराया था. 2020 के चुनाव में यहां बीजेपी मात्र 700 वोट से चूक गई.


वीआईपी ने क्यों उतारा उम्मीदवार
सुशील मोदी ने कहा कि भूमिहार समाज पूरी तरह भाजपा के साथ है और वह वोट बर्बाद नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सबको साथ लेकर चलने वाली भाजपा का वोट काटने के लिए लालू-नीतीश के इशारे पर मुकेश सहनी की पार्टी ने अपना उम्मीदवार उतारा है.


5 दिसंबर को कुढ़नी में वोटिंग
बीजेपी सांसद ने कहा कि जिस तरह से मोकामा और गोपालगंज उपचुनाव में अतिपिछड़ों ने एकजुट होकर भाजपा को वोट दिया, उसी तरह कुढ़नी में भी पार्टी को व्यापक समर्थन मिलेगा. कुढ़नी विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए पांच दिसंबर को वोट डाले जाएंगें जबकि वोटों की गिनती आठ दिसंबर को होगी.


क्यों हो रहा उपचुनाव?
आरजेडी विधायक अनिल सहनी को धोखाधड़ी के एक मामले में दोषी ठहराये जाने और तीन साल की कैद की सजा सुनाये जाने के कारण कुढ़नी सीट पर उपचुनाव कराने की जरूरत पड़ी. कुढ़नी उपचुनाव में मुख्य मुकाबला जेडीयू और भाजपा के बीच माना जा रहा है.


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(आईएएनएस)