Bihar Budget Highlights: मोदी सरकार 3.0 ने बजट पेश होने से एक दिन पहले ही बिहार को बड़ा झटका देते हुए विशेष राज्य का दर्जा देने से साफ इनकार कर दिया था, लेकिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पिटारे से बिहार के बहुत कुछ निकला. एक समय तो ऐसा लगा कि मानो केंद्रीय वित्त मंत्री बिहार का बजट पेश कर रही हों. उन्होंने सड़क हो, पुल हो, बिजली हो या फिर पर्यटन हो, निर्मला ने हर क्षेत्र में बिहार को तोहफा देने का काम किया है. इस बजट में वित्त मंत्री सीतामरण ने बिहार में सड़कों की दशा सुधारने के लिए 26 हजार करोड़ रुपये दिए हैं. इसके अलावा बिहार में 3 नए नेशनल हाइवे बनाए जाने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि बिहार में रोड कनेक्टिविटी पर भी बढ़ाया जाएगा. 


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बिहार को क्या-क्या मिला?


  • बाढ़ कंट्रोल करने के लिए 11,500 करोड़ रुपये की मदद.

  • कोसी नदी पर अलग अलग योजनाओं में मदद.

  • भागलपुर के पीरपैंती में 2400 मेगावाट का पावर प्लांट बनेगा.

  • बक्सर में गंगा नदी पर दो नए पुल बनेंगे.

  • बोधगया और राजगी के लिए नई सड़क बनाई जाएगी.

  • वैशाली और दरभंगा के बीच सड़क बनाई जाएगी.

  • गया में विष्णुपद मंदिर का विकास किया जाएगा.

  • बोधगया को वल्र्ड क्लास टूरिस्ट सेंटर बनाया जाएगा.

  • पटना और पूर्णिया के बीच एक्सप्रेसवे बनेंगे.

  • राजगीर में ब्रह्मकुंड का कायाकल्प किया जाएगा. 

  • बाढ़ नियंत्रण के लिए 20 योजनाएं बनाई गईं.


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2005 में सत्ता में आने के बाद से ही बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रही है. उन्होंने इसे बिहारी सम्मान से जोड़ दिया था. वहीं सत्ता में साझेदार होने की वजह से जेडीयू के तेवर नरम हैं. स्पेशल स्टेटस नहीं दिए जाने पर जेडीयू नेताओं ने विशेष पैकेज की मांग की थी. दूसरी ओर सीएम नीतीश के सबसे हथियार को अब राजद ने हड़प लिया है. विशेष राज्य का दर्जा देने से इनकार के बाद राजद अध्यक्ष लालू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और उनसे इस्तीफा मांग लिया. सवाल ये है कि इस बजट में बिहार के लिए हुई घोषणाओं से क्या विशेष राज्य की मांग की धार कुंद होगी?