पटना:Bihar Politics: एक तरफ नीतीश कुमार की सरकार के 2-2 मंत्रियों ने अपर मुख्य सचिव केके पाठक के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्हें मनुवादी करार दिया है, वहीं अब भाजपा सांसद रामकृपाल यादव केके पाठक के समर्थन में उतर गए हैं. दानापुर में एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे रामकृपाल यादव ने शिक्षा विभाग में चल रहे विवाद को लेकर कहा, केके पाठक ईमानदार और कर्मठ अधिकारी हैं. वे जहां भी जाते हैं, उस विभाग को ठीक कर देते हैं. वहीं शिक्षा मंत्री और सचिव को लेकर रामकृपाल यादव ने कहा, बौखलाहट में लोग अनाप-शनाप बोल रहे हैं.


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इससे पहले बिहार सरकार के मंत्री रत्नेश सदा ने केके पाठक को मनुवादी और दलित विरोधी बताया है. रत्नेश सदा ने तो यहां तक कहा है कि केके पाठक कहीं और से गाइड हो रहे हैं. उनका कहना है कि केके पाठक नीतीश सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. उनकी मानसिकता सामंतवादी प्रवृत्ति की है. उधर, बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की कार्यप्रणाली को लेकर पीत पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि कई मामलों में सरकार की कार्य ठीक से नहीं कराए जा रहे हैं. ऐसा देखने में आया है.


प्रोफेसर चंद्रशेखर ने आरोप लगाया है कि अधिकारी को भी उनके पद के अनुरूप काम नहीं दिए जा रहे हैं. विभाग के ऐसे कई अधिकारी हैं, जिनसे उनके पद के हिसाब से काम नहीं लिया जा रहा है. अधिकारी से पद अनुरूप कार्य नहीं लेने पर पत्र के जरिए सवाल खड़ा करते हुए जवाब मांगा गया है.


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