सीमा पर जवान और खेतों में किसान का होना देश के लिए महत्वपूर्ण: प्रेम कुमार
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सीमा पर जवान और खेतों में किसान का होना देश के लिए महत्वपूर्ण: प्रेम कुमार

 केंद्र की नरेंद्र मोदी  (Narendra Modi) सरकार ने एहितयात के तौर पर बीमारी के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन (Lockdown) लगा दिया है. इस लॉकडाउन  का काफी हद तक बुरा प्रभाव देश के अन्नदाता किसानों पर पड़ा है.

 प्रेम कुमार ने खेतों में पंहुचकर किसानों का हाल जाना और उन्हें मास्क के साथ सैनिटाइजर बांटा.

पटना: पूरा देश इस समय वैश्विक महामारी बन चुके नोवेल कोरोना वायरस (Coronavirus) से बुरी तरह प्रभावित है. इसके मद्देनजर केंद्र की नरेंद्र मोदी  (Narendra Modi) सरकार ने एहितयात के तौर पर बीमारी के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन (Lockdown) लगा दिया है. इस लॉकडाउन  का काफी हद तक बुरा प्रभाव देश के अन्नदाता किसानों पर पड़ा है.

दरअसल, यह समय रबी फसलों की कटाई का है. इस वक्त खेतों में रबी फसल पूरी तरह से तैयार हो गई है और किसान फसलों की कटाई के लिए परेशान हैं. वजह मजदूरों का लॉकडाउन की वजह से नहीं मिलना. इसको लेकर अब किसानों के माथे पर चिंता की लकीर खींच गई है. उन्हें लग रहा है कि अगर समय पर कटाई नहीं हुई तो फसल खेतों में पड़े-पड़े खराब हो जाएगी, साथ ही सालभर की मेहनत पर पानी फिर जाएगा.

ऐसे में किसानों को कोरोना के प्रति जागरूक और उनकी समस्या को सुलझाने को लेकर बीजेपी की कद्दावर नेता और बिहार की नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सरकार में कृषि मंत्री प्रेम कुमार (Prem Kumar) शनिवार को किसानों के बीच पंहुचे. इस दौरान प्रेम कुमार ने खेतों में पंहुचकर किसानों का हाल जाना और उन्हें मास्क के साथ सैनिटाइजर बांटा.

प्रेम कुमार ने किसानों की समस्या सुनते हुए उन्हें लॉकडाउन का पालन करने को कहा और साथ ही इस बात के प्रति उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार किसानों के साथ है. इसके साथ ही कृषि मंत्री ने किसानों को बताया कि सरकार ने कृषि कार्यों को लॉकडाउन से मुक्त रखा है. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए फसलों की कटाई हेतु एडवाइजरी जारी किया है.

भ्रम की स्थिति बनी हुई थी
वहीं, प्रेम कुमार ने कहा कि कोरोना के कारण राज्य में रबी फसलों की कटनी प्रभावित हो रही है. हालांकि, सरकार ने कृषि कार्य को लॉकडाउन से मुक्त रखा है, तथा सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए फसलों की कटाई करने हेतु एडवाइजरी भी जारी किया गया है. इसके बावजूद लोगों में भ्रम की स्थिति बनी हुई थी, जिससे कृषि कार्य प्रभावित हो रहा है.

कृषि मजदूरों को जागरूक करने की आवश्यकता
कृषि मंत्री ने कहा कि मुझे लगा कि राज्य के किसानों एवं कृषि मजदूरों को जागरूक करने की आवश्यकता है. इसी कारण से मैंने खेतों में जाकर फसलों की कटाई के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया तथा उन्हें कोरोना के संक्रमण से बचने हेतु मास्क एवं सेनिटाइजर के उपयोग के बारे में बताया. हालांकि, अभी देश लॉकडाउन में है, इसके बावजूद देश की खाद्य सुरक्षा एवं पोषण के लिए फसल उत्पादन भी बहुत आवश्यक है.

प्रेम कुमार ने आगे कहा कि किसानों के हक में खेतों में उतरने से मैं अपने आपको रोक नहीं पाया. सीमा पर जवान और खेतों में किसान का होना देश के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है. बता दें कि भारत में कोरोना बहुत तेजी से अपने पैर पसार रहा है और बीते 3 दिन में इससे संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. सरकार लगातार लोगों से अपील कर रही है कि वो लॉकडाउन का पालन करें और अधिक से अधिक समय तक घरों में रहें.