कृषि कार्य मुक्त रखने से 3.15 लाख मीट्रिक टन अधिक धान की अधिप्राप्ति: सुशील मोदी
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कृषि कार्य मुक्त रखने से 3.15 लाख मीट्रिक टन अधिक धान की अधिप्राप्ति: सुशील मोदी

सुशील मोदी ने कहा कि, अब तक 3,621 चयनित समितियों के जरिए 1400 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है, जो 15 जुलाई तक जारी रहेगी.

 

सुशील मोदी ने कहा कि, अब तक 3,621 चयनित समितियों के जरिए 1400 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है. (फाइल फोटो)

पटना: बिहार में कोरोना को लेकर किए गए एहतियाती उपायों में कृषि कार्य को मुक्त रखने से, राज्य में अधिक धान की अधिप्राप्ति हुई है. राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने कहा कि, कृषि कार्यो को लॉकडाउन (Lockdown) से मुक्त रखने के कारण धान अधिप्राप्ति की विस्तारित एक माह की अवधि (01-30 अप्रैल) में 3.15 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीद हुई है.

उन्होंने बताया, '31 मार्च तक जहां 16.91 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी, वहीं, 30 अप्रैल तक 20.06 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हुई, जो पिछले साल की 14.16 लाख मीट्रिक टन से 5.88 लाख मीट्रिक टन अधिक है.'

सुशील मोदी ने कहा कि, अब तक 3,621 चयनित समितियों के जरिए 1400 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है, जो 15 जुलाई तक जारी रहेगी. मोदी ने बताया कि खरीफ मौसम 2019-20 में दो-दो बार बाढ़ आने और कतिपय क्षेत्रों में अल्प और विलंब से वर्षा होने के बावजूद राज्य में धान की अच्छी पैदावार हुई, जिससे 20 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की अधिप्राप्ति संभव हो सकी है.

उन्होंने कहा, 'इस वर्ष धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) प्रति कुंटल 1815 रुपए के अतिरिक्त किसानों को गनी बैग मद में भी 25 रुपए का भुगतान किया गया है. अब तक किसानों को 3,408.87 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है. धान की सर्वाधिक खरीद कैमूर से 2.18 लाख मीट्रिक टन, रोहतास से 2.08 लाख मीट्रिक टन और औरंगाबाद से 1.31 लाख मीट्रिक टन की गई है.'

उन्होंने कहा कि चयनित 3500 से अधिक समितियों के जरिए 20 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू हो गई है. किसानों से अपील की है कि वह बिचौलियों को बेचने के बजाए, अपना गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य 1925 रुपए प्रति कुंटल की दर से पैक्स को दें.