पुर्णिया : पुर्णिया जिले के माला गांव में 7 नवंबर को छठ पूजा के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा बनाए गए छठ घाट को तोड़फोड़ करने का मामला सामने आया. इस घटना के बाद माला गांव में दो समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया था. पुलिस प्रशासन ने चौक चौराहों पर तैनाती बढ़ाकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की.


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बायसी अनुमंडल पदाधिकारी कुमारी तोसि और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी आदित्य कुमार ने दोनों समुदायों के बीच बढ़ते तनाव को शांत करने के लिए माला स्थित मध्य विद्यालय में शांति समिति की बैठक का आयोजन किया. इस बैठक में विभिन्न समुदायों के दर्जनों गणमान्य व्यक्तियों और बुद्धिजीवियों ने भाग लिया. बैठक लगभग दो घंटे तक चली, जिसमें आम लोग और जनप्रतिनिधि अपनी-अपनी बात रखी. साथ ही इस दौरान बायसी विधायक ने छठ घाट पर हुई तोड़फोड़ की कड़ी निंदा की और आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होने पाएगी. विधायक ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और आश्वस्त किया कि सरकार और प्रशासन इस तरह की निंदनीय घटनाओं को रोकने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं.


इसके अलावा भाजपा नेता राजेश मेहता ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी और बताया कि मझुआ गांव में महादलित परिवारों के साथ अग्निकांड और माला में मुर्ति विसर्जन के दौरान DJ बजाने को लेकर पहले भी दो समुदायों के बीच मतभेद हो चुके थे. उन्होंने कहा कि यह तीसरी घटना है, जिससे समुदायों के बीच तनाव बढ़ा है. साथ ही राजेश मेहता ने इस मौके पर बायसी क्षेत्र में हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच गंगा यमुनी तहजीब को बनाए रखने की बात की और सभी जनप्रतिनिधियों से दोनों समुदायों के बीच सौहार्द और भाईचारे को बढ़ावा देने का आह्वान किया. बैठक में सभी ने एकजुट होकर शांति बनाए रखने का संकल्प लिया और किसी भी तरह की नफरत और तनाव को बढ़ावा न देने का प्रण लिया.


इनपुट- मनोज कुमार


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