पटना: केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के दामाद व दलित सेना के अध्यक्ष अनिल कुमार साधू ने बुधवार को विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में शामिल होकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को झटका दिया. पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) नेता रह चुके साधू ने स्पष्ट रूप से अपने ससुर और लोजपा अध्यक्ष राम विलास पासवान पर पार्टी सिद्धांतों और नीतियों से समझौता करने तथा निजी फायदे के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का समर्थन करने का आरोप लगाकर उन  पर करारा प्रहार किया.


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भाजपा-जनता दल (युनाइटेड) को लगा दूसरा झटका
राजद और कांग्रेस के महागठबंधन में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के हिंदुस्तान अवाम मोर्चा-सेकुलर (एचएएम-एस) के शामिल होने के बाद साधू ने भाजपा-जनता दल (युनाइटेड) गठबंधन को ताजा झटका दिया है. साधू ने कहा, "बिहार और पूरे देश में दलितों के खिलाफ हिंसा में पिछले कुछ महीनों में वृद्धि हुई है लेकिन पासवान और उनके बेटे चिराग इस मुद्दे पर शांत हैं. अगर वे दलित नेता हैं तो उन्होंने अब तक कुछ भी क्यों नहीं कहा है?"


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साधू ने की लालू की तारीफ
साधू साल 2015 विधानसभा चुनाव में हार गए थे. उन्होंने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की तारीफ करते हुए उन्हें सामाजिक न्याय का नायक करार दिया. लोजपा बीजेपीकी सहयोगी पार्टी है. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने साधू का स्वागत किया. उन्होंने कि वंचितों की आवाज उठाने वाले राजग नेता अब राजद में शामिल हो रहे हैं.


(इनपुट-भाषा)