ED की पूछताछ के बाद CM हेमंत सोरेन बोले- यह मेरे खिलाफ षड्यंत्र है
धनशोधन के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शनिवार को सात घंटे से अधिक समय तक पूछताछ किए जाने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ साजिश रची गई है.
Ranchi: धनशोधन के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शनिवार को सात घंटे से अधिक समय तक पूछताछ किए जाने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ साजिश रची गई है. सोरेन से उनके आवास पर पूछताछ की गई.
उन्होंने उनके आवास के बाहर खड़े अपने समर्थकों की भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि वह डरे नहीं हैं और गोलियों का सामना सबसे पहले वह करेंगे. झामुमो कार्यकर्ता शनिवार सुबह से ही सोरेन के आवास के बाहर खड़े रहे और ईडी अधिकारियों के चले जाने के बावजूद वे वहां से नहीं गए.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने समर्थकों से कहा, 'मेरे खिलाफ साजिश रची गई है, लेकिन षड्यंत्रकारियों के ताबूत में आखिरी कील हम ठोकेंगे... हम डरेंगे नहीं, गोलियों का सामना आपका नेता सबसे पहले करेगा और आप अपना मनोबल ऊंचा रखें'. उन्होंने कहा, 'मैं आपके अटूट समर्थन के लिए हार्दिक धन्यवाद देता हूं...हेमंत सोरेन पार्टी के हर कार्यकर्ता के साथ खड़ा रहेगा'.
ईडी के अधिकारियों ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन के एक मामले में सोरेन से यहां उनके आधिकारिक आवास पर शनिवार दोपहर पूछताछ शुरू की. सोरेन (48) इससे पहले, ईडी द्वारा सात बार समन जारी किये जाने पर पूछताछ के लिए एजेंसी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए थे. ईडी द्वारा आठवीं बार उन्हें समन जारी किये जाने पर आखिरकार उन्होंने अपनी सहमति दे दी. जांच एजेंसी के अधिकारी अपराह्न करीब एक बजे सोरेन के आवास पर पहुंचे.
गौरतलब है कि ईडी के अधिकारी सोरेन के आवास पर अपराह्न एक बजे पहुंचे और रात करीब साढ़े आठ बजे वहां से गए. इस दौरान भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती के कारण पूरा इलाका किले में तब्दील हो गया. सोरेन (48) इससे पहले, ईडी द्वारा सात बार समन जारी किए जाने पर पूछताछ के लिए एजेंसी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए थे. ईडी द्वारा आठवीं बार उन्हें समन जारी किए जाने पर आखिरकार उन्होंने अपनी सहमति दे दी. ईडी की पूछताछ के दौरान मौके पर बड़ी संख्या में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने मुख्यमंत्री आवास के आसपास गतिविधियों पर पैनी नजर रखी. राशन वितरण से संबंधित करोड़ों रुपये के कथित घोटाले के सिलसिले में पश्चिम बंगाल में ईडी अधिकारियों पर हुए हालिया हमले के मद्देनजर यह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी.
(इनपुट भाषा के साथ)