Chatra: भले ही सरकार बाल विवाह और डायन जैसी कुप्रथाओं को समाप्त कर देने के दावे कर रहे हों लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है. आज भी देश के कई जगहों से बाल विवाह के मामले सामने आते हैं. इसी तरह कई महिलाओं को डायन बताकर मारा पीटा जाता है और उनसे अभद्र व्यवहार किया जाता है.


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कई दफा तो डायन होने का लांछन लगाकर उनसे कुकृत्य किया जाता है, जो कि बेहद शर्मनाक है. चतरा जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र के लूती डीह गांव में भी ऐसी ही खबर आई है, जहां महिला को डायन बताकर दबंगों ने उसके साथ बेरहमी से मारपीट की है.


जानकारी के अनुसार, दबंगों ने महिला को घर में बंद कर दिया और उसे आग के हवाले करने का प्रयास किया. मां को बचाने आए उसके बेटों पर भी दबंगों ने हमला कर उन्हें घायल कर दिया.
इस मामले में पीड़िता ने सिमरिया थाने में नामजद मामला दर्ज करवाया है. महिला ने गांव के कपिल साव, पुरण साव, गायत्री देवी, सहदेव साव आदि को नामजद आरोपित बनाते हुए थाने में मामला दर्ज कराया है.


पीड़िता के परिवार ने कहा कि गांव में डायन बिसाही को लेकर एक पंचायत बैठी थी, जिसमें पंचायत के ठेकेदारों ने महिला को देवास जाने के लिए कहा तो उन्होंने साफ इंकार कर दी. इसके बाद गांव के कुछ दबंगों ने दूसरे दिन महिला को गालियां दी और मारपीट शुरू कर दी. घर के बाहर हल्ला सुनकर महिला के बेटे भी निकल आए और मां को इस हालत में देखकर बचाने के लिए दौड़े.


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दबंगों ने उन दोनों पर भी हमला कर दिया और लाठी- डंडे से पीट-पीटकर उन्हें घायल करके घर में बंद करके आग के हवाले करने का प्रयास किया. महिला और उसके परिवार के लोग जैसे तैसे अपनी जान बचाकर थाना पहुंचे. इधर घटना की जांच पुलिस कर रही है. लोक प्रेरणा केंद्र की सदस्य अनीता मिश्रा ने कहा इस मामले में पुलिस को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए और पीड़ित को कानूनी सहायता के साथ इंसाफ मिले. 


(इनपुट- यादवेंद्र सिंह)