Jharkhand News: झारखंड में आईईडी ब्लास्ट, CRPF जवान शहीद, दो अन्य घायल
Jharkhand News: झारखंड में पश्चिम सिंहभूम जिले के एक जंगल में प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) द्वारा शुक्रवार को एक `इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस` (आईईडी) में किए गए विस्फोट में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का एक जवान शहीद हो गया, जबकि दो अन्य जवान घायल हो गए.
चाईबासा: Jharkhand News: झारखंड में पश्चिम सिंहभूम जिले के एक जंगल में प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) द्वारा शुक्रवार को एक 'इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस' (आईईडी) में किए गए विस्फोट में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का एक जवान शहीद हो गया, जबकि दो अन्य जवान घायल हो गए.
पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने बताया कि घटना अपराह्न करीब ढाई बजे हुई, जब सुरक्षा कर्मियों का एक दल गोइलकेरा इलाके में माओवादी रोधी अभियान चला रहा था. उन्होंने बताया कि घायल जवानों को हवाई मार्ग से रांची के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. शेखर ने बताया कि उपचार के दौरान उनमें से एक ने दम तोड़ दिया.
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बता दें कि चाईबासा में नक्सली ऑपरेशन के दौरान ब्लास्ट की यह घटना घटी. जिसमें आईडी ब्लास्ट की चपेट में सीआरपीएफ के तीन जवान आ गए. इसमें सीआरपीएफ 60 बटालियन के बम निरोधक दस्ते के कांस्टेबल संतोष उरांव वीरगति को हुए प्राप्त हुए.
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वहीं ब्लास्ट की इस घटना में गंभीर रूप से घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया. जिसमें से एक और जवान शहीद हो गया जबकि गंभीर रूप से घायल एक जवान का इलाज रांची में जारी है. गंभीर रूप से घायल एजेतो तीनई को आर्किड में भर्ती कराया गया है. यह पूरी घटना चाईबासा के गोईलकेरा के हाथीबुरू इलाके में घटी है.
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बताया गया कि सीआरपीएफ की टीम चाईबासा के हाथीबुरू जंगल क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन पर निकली थी. इसी दौरान नक्सलियों द्वारा जमीन के नीचे लगाई गई आईईडी का जोरदार ब्लास्ट हुआ. बटालियन के तीन लोग इसकी चपेट में आए. गंभीर रूप से घायल हुए कांस्टेबल संतोष उरांव ने इलाज के लिए लाए जाने के दौरान दम तोड़ दिया. चाईबासा एसपी आशुतोष शेखर ने बताया है कि दोपहर के समय नक्सल अभियान पर निकले सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए आईईडी ब्लास्ट किया गया है. चाईबासा में नक्सलियों ने बीते अगस्त महीने से अब तक कम से कम आधा दर्जन बार आईईडी ब्लास्ट के जरिए सुरक्षा बलों को निशाना बनाया है. इस दौरान पुलिस और सुरक्षा बलों के चार अधिकारी-जवान शहीद हो चुके हैं.
बीते 28 सितंबर को जिले के अति नक्सल प्रभावित टोंटो थाना क्षेत्र के सरजमबुरू और तुंबाहाका गांव के पास के पहाड़ी के पास किए गए विस्फोट में एक जवान की मौत हो गई थी, जबकि दो अन्य घायल हो गए थे. इसी तरह पिछले 14 अगस्त को टोंटो थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर घात लगाकर हमला किया था, जिसमें एक सब इंस्पेक्टर और जगुआर फोर्स के एक जवान शहीद हो गये थे. इसी तरह बीते 13 सितंबर को भी कोल्हान के जंगल में नक्सलियों ने आईईडी विस्फोट कर सीआरपीएफ का सामान ले जा रहे ट्रैक्टर को उड़ा दिया था, जिसमें टैक्ट्रर के खलासी की मौत हो गई थी, जबकि चालक गंभीर रूप से घायल हो गया था.
झारखंड के लातेहार में माओवादी नक्सली संगठन के एरिया कमांडर ने डाले हथियार
झारखंड के लातेहार में भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के एरिया कमांडर जितेंद्र नगेशिया ने आत्मसमर्पण कर दिया. जितेंद्र पर तीन पुलिस जवानों की हत्या के बाद उनके हथियार लूटने सहित करीब एक दर्जन नक्सली वारदातों में शामिल रहने का आरोप है.
जितेंद्र ने लातेहार के उपायुक्त हिमांशु मोहन और पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन के सामने हथियार डाला. 41 वर्षीय जितेंद्र गढ़वा जिले के भंडरिया थाना क्षेत्र का रहने वाला है. वर्तमान में वह छत्तीसगढ़ के कुसमी थाना क्षेत्र के पिपरढाबा में रहता था, वह साल 2018 के दिसंबर माह में माओवादी संगठन से जुड़ा था. उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक ने जितेंद्र नगेशिया को गुलदस्ता व शॉल भेंट कर समाज की मुख्यधारा में आने पर बधाई दी. उपायुक्त ने कहा कि आत्मसमर्पण नीति के तहत सरकार द्वारा दिये जाने वाले सभी लाभ मिलेंगे. एसपी ने अन्य उग्रवादियों से अपील करते हुए कहा कि सरकार की आत्मसमर्पण नीति के तहत समाज की मुख्य धारा में लौट जाएं.
(इनपुट- भाषा)