रांची: Jharkhand News: सिक्किम चीन बॉर्डर पर तैनात आइटीबीपी के जवान प्रकाश गोप (44वर्ष) की ड्यूटी के दौरान मौत हो गई थी. जिसके बाद आज उनका पार्थिव शरीर राजधानी रांची के इटकी स्थित कुंदी गांव पहुंचा. प्रकाश गोप का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके गांव पहुंचा शहीद को देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. उनका पार्थिव शरीर पहुंचने पूरे गांव में मातम का माहौल है. प्रकाश गोप गांव में अंतिम विदाई दी गई. परिजनों ने बताया कि सिक्किम में भारत-चीन सीमा पर प्रकाश इंस्पेक्टर पद पर पदस्थापित था. ड्यूटी करते समय पहाड़ चढ़ने के दौरान ऑक्सीजन की कमी के होने के चलते हृदयगति रुकने से उसकी मौत हो गई.


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बताया जाता है कि भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर पिछले दिनों आयोजित अधिकारियों की बैठक में प्रकाश गोप भी शामिल हुए थे. प्रकाश गोप अपने पिता रामधनी गोप के सात संतानो में चौथे नंबर पर थे. प्रकाश गोप अपने पिछे पत्नी अमृता देवी (बेबी) के अलावा एक पुत्र तनिष्क गोप (7 वर्ष) और एक पुत्री त्रिशु कुमारी (4वर्ष) छोड़ गए हैं. परिवार वालों ने बताया कि प्रकाश गोप ने ड्यूटी के दौरान शनिवार को दिन के एक बजे सेटेलाइट से पत्नी अमृता देवी से मोबाइल पर बच्चों के पठन-पाठन के अलावा परिजनों का हालचाल पूछा था. इसी दौरान उन्होंने पत्नी से जल्द लौटने का वादा करते हुए खाना खाने जा रहे कहकर फोन काट दिया, फिर फोन नहीं आया.


वहीं आइटीबीपी जवान के मौत के बाद पूर्व जिला परिषद सदस्य मसूद आलम ने निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह हमारा सहपाठी था. दिलदार और निडर व्यक्तित्व का धनी था. इधर, भाजपा नेता राजकुमार तिर्की, जिला परिषद सदस्य रीना देवी, उपप्रमुख परवेज राजा और बबलू गोप सहित अन्य लोगों ने भी प्रकाश के निधन पर शोक व्यक्त किया है.


इनपुट- आयुष कुमार सिंह


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