रांचीः Jharkhand Corona Update: झारखंड में कोरोना धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है. कोरोना की रफ्तार बढ़ने का कारण झारखंड में मिलने वाला नया वेरिएंट 'सेंटोरस' हैं. 'सेंटोरस' से बचने का एकमात्र उपाय टीकाकरण है. लेकिन झारखंड के लोगों में टीकाकरण का उत्साह काफी कम देखने को मिल रहा है. हालांकि राज्य में टीके की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में है. इसके बावजूद लोगों में टीकाकरण को लेकर उत्साह नहीं देखा जा रहा है. 


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नए वेरिएंट में फैलने की क्षमता अधिक 
राज्य में कोरोना का नया वेरिएंट 'सेंटोरस' का मिलना खतरनाक साबित हो सकता है. दरअसल, मिली जानकारी के मुताबिक इस नए वेरिएंट का रिम्स के जीनोम सिक्वेंसिंग को भेजे गए 180 सैंपल की रिपोर्ट में पता चला है. रिपोर्ट की मानें तो इस वेरिएंट में फैलने की क्षमता काफी अधिक है. इन 180 सैंपल में 114 सैंपलों में नए वेरिएंट की पुष्टि हुई है.       


टीकाकरण को लेकर लोगों में नहीं उत्साह 
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की माने, तो राज्य में टीके की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में है. राज्य में 18 प्लस के लिए 36 लाख 34 हजार 420 डोज की उपलब्ध है. विभाग के अनुसार कोवैक्सीन का 1 लाख 95 हजार 060 डोज और कोविशील्ड का 34 लाख 39 हजार 360 डोज राज्य में उपलब्ध है. बच्चों को लगाए जाने वाली कोर्बीवैक्स के भी 13 लाख 83 हजार 080 डोज उपलब्ध है. बता दें कि राज्य के लोगों में टीकाकरण का उत्साह न होने के वजह से अभी तक 18 प्लस के 25 फीसदी लोगों ने कोरोना की दूसरी डोज नहीं ली है.   


नए वेरिएंट का नाम 'सेंटोरस'
बता दें कि इस नए वैरिएंट को BA2.75 'सेंटोरस' का नाम दिया गया है. एक्सपर्ट के अनुसार ये वैरिएंट काफी तेजी से फैल रहा है. नया वेरिएंट कोरोना की चौथी लहर का कारण बन सकता है. मिली जानकारी के मुताबिक कोरोना का ये वेरिएंट झारखंड के पहले कुछ यूरोपियन देशों में देखा गया था. 


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