रांची: Jharkhand Weather: राजधानी रांची सहित पूरे सूबे में भीषण गर्मी पड़ने के साथ-साथ लू (Heat wave) चल रही है. वहीं तापमान में भी लगातार इजाफा हो रहा है. पिछले कुछ हफ्तों में कई इलाकों में दिन का तापमान 42-44 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा है. इस गर्मी की वजह से लोग कई बीमारियों का शिकार हो रहे हैं. अस्पतालों में हीट स्ट्रोक, समर डिप्रेशन और डिहाइड्रेशन के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. खासतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और काम के सिलसिले में बाहर घूमने वाले लोग इन बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि ये सभी बीमारियां खतरनाक भी साबित हो सकती हैं ऐसे में गर्मी से बचाव करना बहुत जरूरी है.


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अगर हालात पर नजर डाले तो सबसे गर्म जिलों में गोड्डा 44.1, डाल्टनगंज 43.4, देवघर 43.2, गढ़वा 42.7, पूर्वी सिंहभूम 42.6 में रिकॉर्ड गर्मी दर्ज की गई है. इस संबंध में मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है. जिसमे हीट स्ट्रोक चलने को लेकर चेतावनी जारी की गई है. बताया गया है की अगले 6 दिनों तक लगातार तापमान में बढ़ोतरी होगी. वहीं स्वास्थ्य विभाग ने कई हिदायत जारी किए है. बता दें कि झारखंड में इस बार भी मॉनसून भी देर से आने वाली है.


इधर पर्यावरणविद नीतीश प्रियदर्शी बताते है रांची कभी बिहार का समर कैपिटल हुआ करती थी. थोड़ी गर्मी बढ़ते ही बारिश हो जाती थी लेकिन अब आबोहवा बदल चुकी है. जल जंगल जमीन की जगह कंक्रीट का जंगल में तब्दील हो चुका है.भीषण गर्मी के कारण लोग कई बीमारियों का शिकार हो जाते हैं. खासतौर पर वे लोग जो गर्मी में बाहर काम करने पर मजबूर हैं. इन लोगों के साथ बच्चों बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं में तेज गर्मी से हीट स्ट्रोक होने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में जरूरी है की वो अपना ख्याल रखें.


इनपुट- आयुष


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