रांचीः Ranchi Youth Died In Kuwait: कुवैत की एक इमारत में आग लगने से रांची निवासी अली हुसैन की भी मौत हो गई. मौत के बाद पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा है. दरअसल, मौत की जानकारी मिलने के बाद परिवार वालों को अपने बच्चों के शव का इंतजार था. लेकिन 24 घंटे के लंबे इंतजार के बाद झारखंड सरकार की मदद से अली हुसैन का शव रांची लाया गया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रांची एयरपोर्ट पर रांची उपायुक्त राहुल सिंह ने मृतक के परिजनों को मुख्यमंत्री झारखंड अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी श्रमिक अनुदान योजना के तहत 5 लाख रुपये की मुआवजा राशि भी दी. इसके बाद परिवार वाले शौक को लेकर घर के लिए रवाना हो गए. जहां आज अली हुसैन को सुपुर्द ए खाक कर दिया जाएगा.


वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने बीते दिन शुक्रवार को कुवैत अग्निकांड में रांची के एक व्यक्ति की मौत पर शोक भी जताया है. कुवैत में एक इमारत में आग लगने से 46 भारतीयों की जान चली गई थी. सोरेन ने मृतक के परिजनों के लिए पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा भी की. 


कुवैत में बहुमंजिला इमारत में आग लग जाने रांची के हिंदपीरी इलाके के रहने वाले एमडी अली हुसैन (24) की भी मौत हो गयी. अली के पिता मुबारक हुसैन ने कहा कि उनका सबसे छोटा बेटा करीब 18 दिन पहले कुवैत गया था. 


वहीं कुवैत के अधिकारियों के मुताबिक, दक्षिण कुवैत के मंगाई क्षेत्र में सात मंजिला इमारत के रसोईघर में भीषण आग लगने से 49 विदेशी मजदूरों की मौत हुई थी और 50 अन्य घायल हुए थे. मृतकों में करीब 40 भारतीय हैं. कुवैत के मीडिया ने बताया कि धुएं के कारण दम घुटने से अधिकतर लोगों की मौत हुई थी. उसने बताया कि इमारत में 195 प्रवासी मजदूर रहते थे और उनमें से अधिकतर केरल, तमिलनाडु और उत्तरी राज्यों से आये भारतीय थे. 


इनपुट- कामरान जलीली, भाषा के साथ 


यह भी पढ़ें- Bihar Politics: मंत्री बनने के बाद पटना पहुंचे गिरिराज सिंह का जोरदार स्वागत, तेजस्वी यादव पर कसा तंज