Gumla News: झारखंड के गुमला जिला में एक मनमाने तरीक से शिक्षक की नियुक्ति का मामला सामने आया है. यहां चैनपुर के लूथरन उच्च विद्यालय में नागरिक शास्त्र विषय के शिक्षक नियुक्ति को गलत तरीके से करने का आरोप प्रबंधन समिति तरफ पर लगा है. इसके विरोध में ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान धरना प्रदर्शन करते हुए विद्यालय प्रबंधन समिति के खिलाफ तख्ती लेकर जमकर नारेबाजी की. साथ ही पादरी के रूम में ताला जड़ दिया.


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प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप है कि विद्यालय के सचिव नवीन बेक, पूर्व पादरी बेलस लकड़ा और प्रबंधन समिति तरफ से नियुक्ति नियमावली को ताक में रख कर अपने चहेते उम्मीदवार का चयन किया है. लोगों का आरोप है कि उम्मीदवार पूर्व पादरी बेलस लकड़ा की पत्नी रोशनी कुजूर को चयन कर लिया गया है. जो लोहरदगा जिले के कुडू क्षेत्र की रहने वाली हैं जिनकी नियुक्ति सरासर गलत है. 


डायसिस के लोगों का कहना था कि स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देते हुए शिक्षक नियुक्ति किया जाना था, लेकिन एक साजिश के तहत पूर्व पादरी बेलस लकड़ा की पत्नी रोशनी कुजूर का चयन गलत तरीके से कर लिया गया. शिक्षक नियुक्ति में स्थानीय को प्राथमिकता देने की बात को लेकर पिछले 3 दिन पूर्व बैठक कर एक ज्ञापन विद्यालय के सचिव नवीन बेक और प्रधानाध्यापिका प्रतिमा एक्का को दिया गया था. आवेदन देने के बाद भी स्थानीय लोगों की एक भी नहीं सुनी गई. 


इधर, चैनपुर क्षेत्र के आरसी विद्यालयों में शिक्षक नियुक्ति को लेकर आए दिन इस तरह के मामले सामने आते हैं. प्रबंधन समिति के ऊपर हमेशा से आरोप लगते आया है कि वे अपने चहेते कैंडिडेट की नियुक्ति स्थानीयता को दरकिनार कर करा देते हैं. इस बात का एक शुरू से ही ग्रामीणों ने पुरजोर विरोध किया है. इसके बावजूद भी इस तरह के मामले दिन प्रतिदिन देखने को मिलते हैं. 


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स्थानीय लोगों का कहना है कि हमारे स्थानीय पढ़े लिखे लोग रोजगार के अभाव के कारण यहां से पलायन कर रहे हैं और कुछ लोग निजी स्वार्थ के कारण ही दूसरे दूसरे जगह के लोगों को यहां के आरसी विद्यालयों में नियुक्ति कर रहे हैं. मगर अब ऐसा नहीं चलेगा स्थानीयता को पहले प्राथमिकता देनी ही पड़ेगी. लोगों ने यह भी कहा कि अगर हमारे मंडली पेरिस में योग उम्मीदवार नहीं है तो गुमला रांची लोहरदगा से लाकर नियुक्ति कराई जा सकती है, मगर हमारे पास भी काफी सारे योग्य उम्मीदवार है तो उनको दरकिनार करना सरासर गलत होगा.


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बताया गया कि शिक्षक नियुक्ति में कुल 21 स्थानीय उम्मीदवारों ने आवेदन किया था. डायसिस के निरंजन बाड़ा ने सचिव के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एक साजिश के तहत शिक्षक की नियुक्ति की गई है. जिसका हम पुरजोर विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि पादरी प्रबंधन समिति एवं सचिव के द्वारा गलत तरीके से की गई नियुक्ति वापस हो, स्थानीय लोगों के रहते हुए बाहर से बुलाकर शिक्षकों की नियुक्ति करना सरासर गलत है..*


रिपोर्ट: रणधीर निधि