रांचीः नक्सलियों के खिलाफ झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ का ऑपरेशन जारी है. इसी अभियान के तहत नक्सलियों की मांद कहे जाने वाले बूढा पहाड़ में भी नक्सलियों का सफाया हो चुका है और लगातार विस्फोटक और हथियार बरामद हो रहे हैं. वहीं अब निशाने पर कोल्हान जंगली क्षेत्र है जिसमे सुरक्षा बलों की निर्णायक लड़ाई जारी है. सीआरपीएफ झारखंड सेक्टर के आईजी अमित कुमार ने बताया कि झारखंड राज्य में जो नक्सल रोधी कार्यक्रम चल रहा है उसमें राज्य पुलिस और सीआरपीएफ के बीच बहुत ही उत्कृष्ट कोटि का समन्वय है उसी की वजह से सुरक्षाबलों को सफलताएं मिल रही हैं.


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खूंटी, चाईबासा में कोई नक्सली नहीं
उन्होंने बताया कि सबसे पहले बूढ़ा पहाड़ में हम लोगों ने अभियान भी चलाया और टोटल चार नए कैंप खोलें अब स्थिति यह है कि बूढ़ा पहाड़ पर नक्सलियों का सफाया हो चुका है और पूरे बूढ़ा पहाड़ को सीआरपीएफ ने अपने कब्जे में ले लिया है और जो हथियारों का जखीरा उन्होंने जमा किया था धीरे धीरे कर बरामद किए जा रहे हैं और ध्वस्त किए जा रहे हैं. इधर खूंटी चाइबासा और सरायकेला जिले के ट्राई जंक्शन पर चल रही कार्रवाई की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ ने 5 नए कैंप खोलें उस इलाके में अब कोई नक्सली नहीं है


चल रही है अंतिम दौर की कार्रवाई
पारसनाथ की तलहटी में जहां नक्सलियों का दबदबा था वहां पिछले 2 महीनों में 3 नए कैंप खोले गए उस वजह से पारसनाथ के आसपास पूरी शांति है. हालांकि नक्सली इक्का-दुक्का पोस्टर भेज कर अपनी उपस्थिति दर्ज करने की कोशिश करते हैं लेकिन घटना करने की ताकत नहीं है. आईजी अमित कुमार ने बताया कि झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाके में सुरक्षाबलों का पूर्ण नियंत्रण हो जाए इसी को लक्ष्य मानकर राज्य पुलिस और सुरक्षा बल कार्यवाही कर रहे और बहुत जल्द ही इस लक्ष्य को पूरा कर लिया. उन्होंने बताया कि अंतिम दौर की कार्रवाई चाईबासा जिले में चल रही है वहां अब तक दो नए कैंप खोले जा चुके हैं.


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