खूंटी : खूंटी जिले के सदर अस्पताल में ही नहीं बल्कि पूरे जिले में हड्डी शल्य चिकित्सा का अभाव के कारण घायल और पीड़ित व्यक्तियों को बेहतर उपचार नहीं मिल रहा है. बता दें कि अस्पताल के अंदर हड्डी शल्य चिकित्सा का ना के बराबर है. अस्पताल में इलाज के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ती हो रही है. जिले के विभिन्न क्षेत्रों से प्रतिदिन सड़क दुर्घटना के कारण या अन्य कारण से दो चार मरीज आ ही जाते हैं.


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अस्पताल में नहीं हो पा रहा बेहतर इलाज
बता दें कि सदर अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ तो है लेकिन मरीजों को बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा है. हड्डी रोग विशेषज्ञ के अभाव में मजबूर मरीजों को रिम्स में अन्य अस्पताल में भेज दिया जाता है. बता दें कि बेहतर चिकित्सक होने के बावजूद इन्हें मजबूरन लाजमी हो जाता है. इससे एक तो एंबुलेंस की आवश्यकता तो दूसरा उपचार में देर होना तथा इस प्रकार पूरे राज्य से अगर माना जाए तो रिम्स में संख्या बढ़ जाती है और जहां तकलीफें भी बढ़ जाती है, लेकिन खूंटी में हड्डी शल्य चिकित्सा की सुविधा होने से सभी को आसान होगा.


प्रतिदिन 3 से 4 लोग पहुंचते है अस्पताल
हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आरिफ बतलाते हैं कि प्रतिदिन 3 से 4 टूटे हुए हड्डी से संबंधित मरीज आ ही जाते हैं. लेकिन शल्य चिकित्सा के लिए व्यवस्था नहीं होने के कारण विवश होकर रिम्स भेज दिया जाता है. अगर खूंटी में ही शल्य चिकित्सा करने की व्यवस्था हो जाती, तो मरीजों को रांची भेजना नहीं पड़ता.


इनपुट - ब्रजेश कुमार


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