लातेहार: एक तरफ सरकार आदिवासियों को उत्थान और रोजगार से जोड़ने को लेकर नई - नई योजना बनाकर आदिवासियों को स्वालम्बी बनाने के दावे करते नहीं थकती तो वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण लातेहार सदर प्रखंड के पोचरा पंचायत के आधा दर्जन गाव में आदिवासियों को बांटी गईं बीमार बकरियां, स्वस्थ बकरियों में भी संक्रमण फैलने के कारण लाभुकों की मिली बकरी और पहले रखी बकरियां भी मर गईं जो सरकारी दावे की पोल खोल दी है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बकरी वितरण योजना में अनियमितता
लातेहार के लातेहार सदर प्रखंड में चलाई जा रही बकरी वितरण योजना में अनियमितता का मामला सामने आया है आदिवासियों का जीवन स्तर ऊपर उठाने के लिए सरकार ने एक एनजीओ को जिम्मेदारी सौंपी थी. लेकिन संस्था ने गरीबों को बीमार, कमजोर और अंधी बकरियां बांट दी. इनमें से अधिकांश बकरियां मर गईं साथ ही इनसे संक्रमित दूसरी बकरियां भी मर गईं. वहीं लाभुकों की बात मानें तो सरकार द्वारा मिलने वाली बकरी तो जिला प्रशासन ने दी, लेकिन बीमार बकरियों से ऐसा संक्रमण हुआ कि घर में पहले से रखी बकरियां मर गईं. 


बांट दी बीमार बकरियां
प्रशासन से मिली बकरियों का न तो बीमा कराया गया और बीमार बकरियां दे दीं. सरकार हम लोगों को जीवनस्तर सुधारने को लेकर बकरियां दी, लेकिन अब हमलोगों का जीवनस्तर क्या सुधरेगा बल्कि घर की भी बकरियां मर गईं जीवनस्तर और ही नीचे आ गया.


जन प्रतिनिधियों को नहीं दी कोई सूचना
हालांकि इस बारे में जनप्रतिनिधियों ने कहा, जिला प्रशासन बकरी वितरण के दौरान जनप्रतिनिधियों को कोई सूचना नहीं दी और प्रशासन एनजीओ के माध्यम से आनन-फानन में लाभुकों के बीच बकरियों का वितरण करा दिया ताकि उनकी पोल न खुल जाए.


ज्ञात हो कि इस पंचायत में आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है वही मुखिया तो पहले बकरी वितरण के दौरान हुई गड़बड़ी की शिकायत मुझे मिली है. प्रशासन ने बकरी वितरण के दौरान कोई सूचना नहीं दी, साथ ही इस मामले की जांच करवाई जाए ताकि इस बकरी वितरण में हुई गड़बड़ी का दूध का दूध और पानी का पानी हो जाय.


मामले की जांच की जरूरत
भले ही सरकार आदिवासियों की उत्थान की बातें कर लें, लेकिन जिस तरह से बकरी वितरण की सच्चाई है धरातल पर दिखाई नहीं दे रही है. जरूरत इस बात की है अगर इसकी जांच किसी सरकारी एजेंसी से जांच कराई जाए तो जिले बकरी घोटाला सामने आएगा.