Blue Flower: हर तरह के फूलों से भगवान की पूजा का विधान शास्त्रों में बताया गया है. आपको बता दें कि घर की सजावट से लेकर मंदिर की सजावट और भगवान को अर्पण करने तक फूलों की बड़ी महिमा है. ऐसे में कई ऐसे फूल हैं जो कई देवी-देवताओं को अर्पित करना वर्जित है. ऐसे में नीले कलर के जितने भी फूल हैं वह किन देवी-देवताओं को चढ़ाए जाते हैं और यह फूल इन देवी-देवताओं को क्यों इतने पसंद हैं आइए इसके बारे में जानते हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


तो सबसे पहले हम बात करते हैं अपराजिता के बारे में आपको बता दें कि यह दो कलर में मूलतः पाया जाता है नीला और सफेद. इसमें से नीले वाले फूल की बहुतायत में प्राप्ति होती है. इसे विष्णुकांता या लाजवंती भी कहा जाता है. यब भगवान श्री हरि नारायण विष्णु, माता लक्ष्मी, मां दुर्गा और शनिदेव को बेहद पसंद है. ऐसे में इनकी पूजा में इस्का उपयोग बहुतायत में किया जाता है. आपको बता दें कि भगवान नीलकंठ यानी शिव को भी इसके नीले रंग की वजह से यह पुष्प काफी पसंद है. ऐसे में उनकी पूजा में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है. 


ये भी पढ़ें- Janmashtami: इस बार जन्माष्टमी पर विशेष योग! जानें कब है पूजा के लिए शुभ मुहूर्त


वहीं राखी की तरह दिखने वाला कृष्णकमल जिसे राखी फूल भी कहते हैं. यह केवल नीले रंग का नहीं बल्कि लाल और सफेद रंग का भी होता है. यह फूल बेहद शुभ माना जाता है.इस कृष्णकमल पुष्प का उपयोग वास्तु दोष को दूर करने के लिए भी किया जाता है. ऐसे में इसका पौधा घर में लगाना बेहद शुभ माना गया है. 


मैक्सिकन पिटूनिया जो नीले रंग का तो नहीं लेकिन बैंगनी लिए नीले रंग का फूल होता है. इस पुष्प से भगवान महादेव प्रसन्न होते हैं. यह आसानी से उपलब्ध होनेवाला और कहीं भी उग आनेवाला फूल है. 


धतूरा जो आपने सफेद रंग का देखा होगा लेकिन एक नीले रंग का भी धतूरा होता है. वहीं इसकी पीले रंग की भी एक किस्म होती है. यह पुष्प भी भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है. इस नीले धतूरे के पत्ते भी हरे के साथ हल्के नीले रंग के होते हैं. वहीं नीलकमल चौंकिए मत गुलाबी और सफेद की तरह ही यह नीले रंग का कमल होता है. जो भगवान शिव और विष्णु के साथ माता लक्ष्मी को बेहद पसंद है.